Ratan Tata Passes Away : भारत के सबसे बड़े उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार शाम निधन हो गया।उन्होंने 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। रतन टाटा जी लंबे समय से बीमार थे। उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रतन टाटा जी ने 30 साल तक टाटा समूह का नेतृत्व किया। वे टाटा संस के चेयरमैन भी थे। रतन टाटा ट्रस्ट के प्रमुख भी थे।
देश को आकार देने में रतन टाटा का बड़ा योगदान। Ratan Tata Passes Away
टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने रतन टाटाके निधन पर शोक जताया उन्होंने कहा बहुत दुख और नम आंखों से हम श्री रतन नवल टाटा जी को विदाई देते है। उन्होंने न केवल टाटा समूह बल्कि हमारे देश को भी आकार दिया। टाटा समूह के लिए, श्री टाटा सिर्फ एक अध्यक्ष ही नहीं मेरे मित्र रूपी मार्गदर्शक भी थे , भले ही रतन टाटा जी अब हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन उनके विचार हमेशा जीवन पर्यंत जीवंत रहेंगे।
अचानक गिरा ब्लड प्रेशर , आईसीयू में किए भर्ती। Ratan Tata Passes Away
7 अक्टूबर 2024 को अचानक रक्तचाप में गिरावट के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उन्होंने एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी हालत ठीक है। हालांकि, तबीयत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले उनकी तबीयत में सुधार बताया जा रहा था, लेकिन बाद में हालत बिगड़ने के कारण उनका निधन हो गया।
अंतिम संस्कार के लिए पोर्टेबल कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था
रतन टाटा के पार्थिव शरीर के लिए पोर्टेबल कोल्ड स्टोरेज मुर्दाघर की व्यवस्था की गई है। उनका पार्थिव शरीर आज शाम 4 बजे लोगों के अंतिम दर्शन के लिए नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) लाया जाएगा। आज कई उद्योगपति, व्यवसायी, अभिनेता और राजनेता उनके घर जा सकते हैं।
शव को वर्ली श्मशान घाट ले जाया जाएगा। Ratan Tata Passes Away
रतन टाटा का पार्थिव शरीर को कोलाबा स्थित उनके घर ले जाया गया है और परिवार के सदस्य भी अस्पताल से निकल चुके हैं। स्पेशल सीपी देवेन भारती खुद परिवार के सदस्यों के साथ काफिले और एंबुलेंस के साथ गए हैं। उनके पार्थिव शरीर को वर्ली श्मशान घाट ले जाया जाएगा। यह वही जगह है जहां साइरस मिस्त्री का अंतिम संस्कार किया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने उनके निधन पर दुख जताया है।
पीएम मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करके रतन टाटा के निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने कहा, ‘श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया।