रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने हाल ही में भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के स्पेस कॉन्फ्रेंस (Indian Air Force Space Conference) में गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) की अपडेट (Update) दी है। इस मिशन को भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन (India’s First Manned Space Mission) कहा जाता है, और इसकी तैयारी (Gaganyaan Mission Preparation) अंतिम चरण में है। आइए, समझते हैं कि गगनयान मिशन (What Is Gaganyaan Mission) क्या है, कितनी पूरी हो गई है इसकी तैयारी , कब होगा इसका लॉन्च (Gaganyaan Mission Launch Date), और कौन जाएंगे अंतरिक्ष?
गगनयान मिशन क्या है?
What is the Gaganyaan Mission: गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) भारत का पहला मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन (First Manned Space Mission ISRO) है, जिसके तहत भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) तीन भारतीय एस्ट्रोनॉट्स (Gaganyaan Mission Indian Astronauts Name) को लो-अर्थ ओरबिट में 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर भेजेगा। इस मिशन का उद्देश्य (Gaganyaan Mission Objective) भारत को अंतरिक्ष में स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बनाना है। मिशन के दौरान एस्ट्रोनॉट्स सात दिन तक अंतरिक्ष में रहेंगे, और फिर सुरक्षित वापस आएंगे।
गगनयान मिशन की तैयारी कितनी पूरी हो गई?
How Much Preparation is Complete for the Gaganyaan Mission: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) के मुताबिक, गगनयान मिशन (Gaganyaan Mission) की तैयारी 95% पूरी हो गई है, और बाकी 5% काम भी जल्द ही पूरा हो जाएगा।
- जीएसएलवी Mk III (GSLV Mk III) रॉकेट और ओरबिटल मॉड्यूल का टेस्टिंग पूरा हो गया है।
- चार भारतीय एस्ट्रोनॉट्स (Indian Astronauts) की ट्रेनिंग रूस और भारत में पूरी हो गई है, और वे मिशन के लिए तैयार हैं।
- लॉन्च पैड, मिशन कंट्रोल सेंटर, और रिकवरी टीम की तैयारी पूरी हो गई है।
गगनयान मिशन कब लॉन्च होगा?
When Will the Gaganyaan Mission Launch: गगनयान मिशन 2027 में लॉन्च होगा, और यह श्रीहरिकोटा से जीएसएलवी Mk III (GSLV Mk III) रॉकेट के जरिए होगा। यह लॉन्च भारत के लिए एक ऐतिहासिक पल होगा, क्योंकि यह पहली बार होगा जब भारतीय एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष में जाएंगे।
गगनयान मिशन में भारत किन किन एस्ट्रोनॉट को अंतरिक्ष में भेजेगा?
Who Will India Send to Space in the Gaganyaan Mission: गगनयान मिशन में भारत चार एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजेगा, जिनमें से तीन मिशन के दौरान जाएंगे। इन एस्ट्रोनॉट्स के नाम हैं:
- ग्रुप कैप्टन प्रासंथ बालकृष्णन नायर (Group Captain Prasanth Balakrishnan Nair): वे मिशन के कमांडर होंगे।
- ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन (Group Captain Ajit Krishnan): वे मिशन के पायलट होंगे।
- ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप (Group Captain Angad Pratap): वे मिशन के सह-पायलट होंगे।
- ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Group Captain Shubhanshu Shukla): वे रिजर्व एस्ट्रोनॉट होंगे, और जरूरत पड़ने पर मिशन में शामिल होंगे।
गगनयान के जरिए पायलट्स को स्पेस में भेजने से पहले ISRO दो खाली टेस्ट फ्लाइट भेजेगा। तीसरी फ्लाइट में रोबोट को भेजा जाएगा। इसकी सफलता के बाद चौथी फ्लाइट में इंसान स्पेस पर जा सकेंगे। पहली टेस्ट फ्लाइट इस साल के अंत तक भेजी जा सकती है।