खेल। खेल विधा में भारत के खिलाड़ी लगातार रिकार्ड बना रहे है। उनमें से भारत की अनाहत सिंह भी शामिल हो गई है। उन्होने मिस्र काहिरा में चल रही विश्व स्क्वैश जूनियर चौंपियनशिप के महिला सिंगल्स का कांस्य जीतकर इतिहास रच दिया है। दरअसल सेमीफाइनल का मुकाबला अनाहत और मिस्र की नादियान एल्हममी के बीच खेला गया। जिसमें अनाहत ने कांस्य पदक जीता है।
15 सालों बाद भारत को पदक
विश्व स्क्वैश जूनियर चौंपियनशिप प्रतियोगिता में पिछले 15 वर्षो से भारत को पदक नही मिले थें। अनाहत ने लम्बे अंतराल के बाद यह पदक अपने और देश के नाम किया है। इसके पहले वर्ष 2010 में दीपिका पल्लीकल ने यह खिताब जीता था। अनाहत सिंह की इस उपलब्धि को भारतीय स्क्वैश के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण माना जा रहा है, क्योंकि वह 2010 के बाद इस प्रतियोगिता में पदक जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी हैं। 17 वर्षीय अनाहत ने क्वार्टर फाइनल में मिस्र की मलिका एल्काराक्सी को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
दिल्ली की रहने वाली है अनाहत
अनाहत का जन्म 13 मार्च 2008 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता गुरूशरण सिंह पेशे से वकील है और मां तानी वदेहरा सिंह इंटीरियर डिजाइनर है। यह परिवार खेल के प्रति शुरू से लगाव रखे हुए है। अनाहत के पिता हॉकी के अच्छे खिलाड़ी है तो बड़ी बहन भी स्क्वैश की अच्छी प्लेयर है। बताते है कि अनाहत का पहले बैडमिंटन में रूचि रही है, लेकिन बाद में वे स्क्वैश खेल में उतरी और इस खेल में लगातार आगे गढ़ रही है।