Site icon SHABD SANCHI

11 April Friday को Share Market में आयेगा सबसे बड़ा Boom मनेगी Diwali, जानिए वजह?

अभी तक आपने मार्केट क्रैश जैसी चीजें सुनी और देखी हैं लेकिन इसी बीच हम आपको बता रहे हैं, की कल जब मार्केट ओपन होगा तब झूमता हुआ खुलेगा उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है की American President Donald Trump ने एक बड़ा फैसला लिया है जी हां इस फैसले के अनुसार उन देशों के खिलाफ 90 दिन के लिए Tariff पर रोक लगा दी है, जिन्होंने अमेरिका के टैरिफ पर पलटवार नहीं किया था. हालांकि, China पर उन्होंने Tariff को बढ़ाकर 125% कर दिया हैं.

ट्रंप के फैसले से अमेरिका का बाजार मस्ती में खुला

गौरतलब है कि, जब यह फैसला लिया गया उसके बाद अमेरिकी बाजारों में 2008 के बाद की सबसे बड़ी तेजी देखने को मिली है. American Stock Market Dow Jones करीब 3,000 अंक उछला, S&P 500 में भी 9.5 फीसदी का उछाल आया और Nasdaq में 12 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है. इतना ही नहीं इस फैसले के बाद दुनियाभर के बाजारों ने भी राहत की सांस ली है क्योंकि टैरिफ पर बातचीत के लिए अब 90 दिन का समय मिल गया है.

Indian Share market NSE BSE भी होगा तूफानी

Kotak AMC के MD Nilesh Shah के मुताबिक, भारतीय बाजारों में भी एक बड़ी राहत रैली देखने को मिल सकती है. हालांकि उम्मीद है पर हमें इस बात का भी ध्यान रखना है कि सिर्फ इस खबर के सहारे ज्यादा लंबी रैली की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. बाजार की नजर अब Earnings और Economic data पर रहेगी.

Prime Securities के MD N Jaykumar का मानना है कि ट्रंप के फैसलों को समझना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है. हालांकि मौजूदा माहौल में 800 पॉइंट का गेप-अप (Gift Nifty में) दिख रहा है. बाजार में शॉर्ट कवरिंग से मेटल्स, आईटी और चीन कंपनियों में तेज़ी दिख सकती है.

Trump ने Tariff पर क्यों बदली रणनीति

दरअसल अमेरिका के बाजारों को 12 Trillion Dollars का नुकसान हुआ है. इसलिए ऐसा फैसला लिया गया है. गौर करने वाली बात यह भी है कि, अमेरिका में महंगाई बढ़ गई थी जैसे 12 अंडों की कीमत 13 Dollar तक पहुंच गई. चीन के American bonds बेचने का डर, जिससे अमेरिका के बांड यील्ड में उछाल आया. साथ ही अमेरिका के अंदर राजनीतिक दबाव और प्रदर्शन बढ़ रहे थे.

ट्रंप का फैसला स्थायी या अस्थायी?

बाजार के जानकारों का मानना है कि 90 दिन के बाद ट्रंप फिर से अपना रुख बदल सकते हैं. US China के बीच Trade Tension अभी भी बरकरार है, खासकर जब ट्रंप ने चीन पर टैरिफ 125 फीसदी तक बढ़ा दिए हैं. India को इस मौके का फायदा उठाकर अमेरिका के साथ फेज-1 ट्रेड डील को तेजी से पूरा करना चाहिए. यूरोपियन यूनियन (EU) और ब्रिटेन (UK) के साथ भी ट्रेड एग्रीमेंट को फाइनल करने की कोशिश तेज करनी होगी.

यहाँ बनेगा मोटा पैसा

ट्रंप का फैसला स्थायी हो या अस्थायी लेकिन इस फैसले के बाद बाजार में बड़ी तेजी नज़र जरूर आएगी. IT, Metals और Chinese Sector में तेजी का फायदा उठाया जा सकता है. लेकिन Auto और Pharma सेक्टर में अभी भी सतर्क रहने की जरूरत है.

Exit mobile version