Tatkal Reservation System: रेलवे ने तत्काल आरक्षण प्रणाली में बड़ा बदलाव किया है। अब यात्री रेलवे काउंटर से भी तत्काल टिकट बुक करा सकेंगे। टिकट जारी करने से पहले यात्रियों को अपना मोबाइल नंबर बताना होगा, जिस पर एक OTP भेजा जाएगा। OTP सत्यापन के बाद ही तत्काल टिकट जारी किया जाएगा। इस नए नियम से दलालों पर अंकुश लगेगा और असली यात्रियों को आसानी से टिकट मिल सकेगा। यह व्यवस्था 1 दिसंबर 2025 से पूरे देश में लागू हो रही है।
Tatkal Reservation System: भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग में दलालों और एजेंटों की मनमानी रोकने के लिए नया प्रयोग शुरू कर दिया है। अब PRS काउंटर से तत्काल टिकट बनवाने के लिए भी यात्री के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP आएगा। OTP बताने के बाद ही टिकट जारी होगा।
यह व्यवस्था सबसे पहले रानी कमलापति से नई दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12001/12002) में लागू की गई है। इस ट्रेन की कुल 1500 सीटों में से करीब 30 फीसदी यानी 450 सीटें OTP-आधारित तत्काल कोटे में रखी गई हैं। देश में यह अपनी तरह की पहली ट्रेन बन गई है।
एक नंबर से सिर्फ एक टिकट
रेल अधिकारियों के अनुसार नई व्यवस्था के तहत एक मोबाइल नंबर से एक समय में सिर्फ एक ही तत्काल टिकट बुक किया जा सकेगा। इससे असली यात्री की पहचान सुनिश्चित होगी और एक ही व्यक्ति या एजेंट द्वारा दर्जनों टिकट बुक कराने की प्रथा पर रोक लगेगी।
एजेंटों की लंबी लाइन अब नहीं
पहले तत्काल काउंटर खुलते ही एजेंटों की भीड़ लग जाती थी। आम यात्री लाइन में लगे रहते थे और टिकट खत्म हो जाते थे। बाद में मजबूरन यात्रियों को एजेंटों से 500-2000 रुपये तक ज्यादा देकर टिकट लेना पड़ता था। OTP सिस्टम से यह खेल काफी हद तक खत्म हो जाएगा।
ऑनलाइन तत्काल में भी सख्ती
रेलवे ने ऑनलाइन तत्काल बुकिंग में भी एजेंटों पर शिकंजा कसा है। अब सुबह 10:00 से 10:30 बजे (AC क्लास) और 11:00 से 11:30 बजे (नॉन-AC क्लास) के बीच व्यक्तिगत यूजर ID से ही बुकिंग हो सकेगी। एजेंटों और कमर्शियल ID से इस आधे घंटे में बुकिंग ब्लॉक रहेगी।
पायलट सफल रहा तो पूरे देश में लागू होगा
भोपाल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी नवल अग्रवाल ने बताया, “रानी कमलापति और भोपाल स्टेशन से रोजाना 550-600 तत्काल टिकट जारी होते हैं। अभी सिर्फ शताब्दी एक्सप्रेस में OTP सिस्टम शुरू किया गया है। प्रयोग सफल रहा तो जल्द ही अन्य ट्रेनों और पूरे देश में इसे लागू कर दिया जाएगा।” रेलवे का मानना है कि OTP आधारित सिस्टम से तत्काल कोटे में पारदर्शिता आएगी, कालाबाजारी रुकेगी और असली जरूरतमंद यात्रियों को आसानी से टिकट मिल सकेगा। यात्रियों ने इस कदम का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि जल्द ही यह सुविधा सभी प्रमुख ट्रेनों में शुरू हो जाएगी।
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