Train में सीट के हिसाब से बने हैं सोने के नियम! क्या आप जानते हैं कौन सी बर्थ पर क्या हैं सोने के नियम?

Indian Railway Train Sleeping Rules: ट्रेन में सोने के भी नियम है क्या आपने सोचा है कि सोने के भी नियम बनें होंगे. जी हां ऐसा है चलिए आज आपको बता ही देते हैं की आखिर ये नियम क्या क्या हैं. कई लोगों का सवाल रहता है नीचे वाली बर्थ पर सोने के साथ-साथ क्या अपर बर्थ पर सो सकते हैं या नहीं. ट्रेन में यात्रा करने वाले यात्रियों के मन में कई सवाल होते हैं, जैसे अगर जनरल टिकट ले ली और ट्रेन छूट गई तो क्या दूसरी ट्रेन में इस टिकट के साथ सफर कर सकते हैं या नहीं?

क्या हैं ये नियम

तो चलिए बताते हैं कि, यदि आपकी ट्रेन छूट गई है तो आप बेशक दूसरी ट्रेन में भी सफर कर सकते हैं लेकिन यह सिर्फ जनरल टिकट के केस में ही संभव है. बहुत सारे यात्रियों की जिज्ञासा यह भी रहती है कि, क्या लोअर बर्थ में सोने वाले क्या कोई नियम होते हैं और होते हैं तो सिर्फ लोवर बर्थ वालों के लिए होते हैं, क्या अपर बर्थ यानी ऊपर की सीट वाले यात्रियों पर किसी भी तरह के नियम लागू नहीं होते हैं. मतलब अगर अपर बर्थ पर सोना है तो किस तरह के नियम लागू होंगे? ऐसे कई सवाल मन में जरूर आते हैं. तो चलिए इस लेख में आपकी सभी दुविधाओं को दूर करते हैं.

रेलवे ने बनाए हैं ये नियम

रेलवे ने ट्रेन में सीटों पर सोने के कई नियम बनाए गए हैं. इसमें यात्री रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ट्रेन में सोकर सफर कर सकते हैं. लेकिन ये नियम नीचे की सीट और बीच की सीट पर लागू होते हैं. अपर बर्थ की सीट पर सोने का कोई नियम नहीं है. वो दिन में भी चाहे तो अपनी सीट पर आराम कर सकता है. अगर ऊपर की सीट वाला यात्री सीट पर बैठा है, तो रात 10 बजे के बाद वो दूसरे यात्री को अपनी सीट से उठा सकता है, इसमें आपको अपनी सीट पर जाना पड़ेगा, आप नीचे की सीट पर ना ही बैठ सकते हैं और ना ही लेट सकते हैं.

उपर के यात्री के लिए समान लेकर सोने के नियम

ऊपर की सीट पर सोने वाले यात्रियों के लिए सामान को लेकर नियम भी बनाए गए हैं, कई यात्री रात में तो सोते समय अपना सामान साथ रख लेते हैं. इससे नीचे वाले यात्रियों के लिए खतरनाक हो सकता है. अगर सामान गिरता है तो इससे किसी को भी चोट लग सकती है. इसीलिए, छोटा सूटकेस या पर्सनल सामान लेकर आप ऊपर सो सकते हैं, लेकिन ये हल्का होना चाहिए ना कि ज्यादा भारी.

रेलवे में सीटों पर सोने के नियम हैं सख्त

गौरतलब है की यदि अगर आप ऊपर की सीट पर सो रहे हैं, इसका मतलब ये नहीं कि आप दूसरे यात्री को परेशान कर सकते हैं. हाँ यह जरूर कर सकते हैं, की आप अपनी सीट पर हक जमा सकते हैं, लेकिन किसी दूसरे यात्री को इसके लिए परेशान नहीं कर सकते. ध्यान रखें रेलवे की ओर से सीटों को लेकर नियम जारी किया गया है. इसलिए, यात्री को इनका ध्यान रखना चाहिए.

10-6 रात में सोने को लेकर नियम

दिन में करें ऐसे इस्तेमाल: दिन के समय मिडल बर्थ को ऊपर फोल्ड करना जरूरी है ताकि नीचे वाली बर्थ पर बैठने वाले लोग आराम से बैठ सकें.

नियम का पालन: अगर मिडल बर्थ वाला यात्री नियम नहीं मानता है, तो नीचे वाली बर्थ का यात्री उसे शांति से नियम के बारे में बता सकता है और बर्थ को ऊपर करने को बोल सकता है. अगर इसके बाद भी परेशानी हो, तो TTE से शिकायत कर सकते हैं या ऑफिशियल रूप से शिकायत दर्ज कर सकते हैं.

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