Indian Railway News: फेस्टिवल सीजन में पैसेंजर्स की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों के संचालन को लेकर सख्ती दिखाई है. गौरतलब है कि अब इन ट्रेनों को समय पर संचालन की प्रतिदिन निगरानी होगी. इसकी सीधी जिम्मेदारी मंडल रेल प्रबंधकों (DRM) को दी गई है.
स्पेशल ट्रेनों को लेकर रेलवे सख्त
रेलवे बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि किसी भी हाल में स्पेशल ट्रेनें लेट न हों. इसके लिए हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी. रेलवे में लंबे समय से यह धारणा रही है कि विशेष ट्रेनों की निगरानी सामान्य मेल या एक्सप्रेस ट्रेनों की तरह नहीं होती है. इसके चलते ये ट्रेनें अक्सर देरी से चलती हैं. यात्रियों को इससे असुविधा झेलनी पड़ती है.
सभी DRM को दिए गए निर्देश
आपको बताएं रेलवे इस स्थिति को बदलने की दिशा में कदम उठा रहा है. रेलवे बोर्ड ने सभी डीआरएम को निर्देश दिया है कि वे स्वयं इन ट्रेनों की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि ट्रेनें निर्धारित समय पर चलें. रेलवे बोर्ड के अनुसार रेल भवन में बने वॉर रूम से सभी विशेष ट्रेनों की वास्तविक समय (Real Time) में निगरानी की जाएगी.
इस तरह के सिस्टम से संभव होगा देरी रोकना
सभी प्रमुख मार्गों पर स्पेशल ट्रेनों की समयपालन दर पर भी नजर रखी जाएगी. अगर कोई मेल या एक्सप्रेस ट्रेन पहले से देरी से किसी नए मंडल के अधीन आती है तो संबंधित मंडल को हरसंभव प्रयास करना होगा कि वह आगे का विलंब कम करे, न कि बढ़ाए. इस बिंदु को अब प्रत्येक मंडल के प्रदर्शन मूल्यांकन में शामिल किया जाएगा.
यात्रियों की सुविधा और भरोसा होगा मजबूत
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना एवं प्रचार) दिलीप कुमार ने बताया कि यह पहल यात्रियों की सुविधा और भरोसे को मजबूत करेगी. समय पर ट्रेनों के संचालन से न केवल सवारियों को राहत मिलेगी बल्कि रेल सेवाओं की विश्वसनीयता भी बढ़ेगी.