Longest Name Railway Station in India: Indian Railways विश्व का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. जी हां भारत में रेलवे स्टेशनों की कुल संख्या तकरीबन 8 हजार है. इनमें कई रेलवे स्टेशन (Railway Station) अलग-अलग वजहों के कारण प्रसिद्ध हैं. ऐसा ही कुछ आज हम आपको बताने वाले हैं जी हां जिसका नाम ऐसा है की बहुत से लोग नाम को उच्चारित तक नहीं कर पाते हैं.
गौरतलब है कि कई ऐसे अनोखे रेलवे स्टेशन हैं, जिनको नाम, इतिहास और अलग-अलग कहानियों के लिए जाना जाता है. लेकिन भारत में एक ऐसा रेलवे स्टेशन है, जिसका नाम सबसे लंबा है. इसे एक बार में बोलना किसी के लिए भी मुश्किल हो सकता है. इस Railway Station का नाम 28 अक्षरों का है. चलिए जानते हैं नाम और उससे जुड़े इतिहास के बारे में…
स्टेशन का नाम क्या है?
भारत के इस अनोखे रेलवे स्टेशन का नाम Venkatanarasimharajuvaripeta (वेंकटनरसिंहराजूवारीपेटा) है. यह भारत का सबसे लंबे नाम वाला रेलवे स्टेशन है. इसके नाम में कुल 28 अक्षर हैं, जिसे बेहद खास माना जाता है. इस नाम को बहुत से यात्री एक बार में बोल भी नहीं पाते हैं.
कौन से राज्य में स्थित है यह रेलवे स्टेशन!
गौरतलब है कि यह अनोखा रेलवे स्टेशन आंध्र प्रदेश में स्थित है. इसे शॉर्ट में विरप (Venkata Narasimha Rajuvari Peta) भी कहा जाता है. यह स्टेशन Renigunta-Arakkonam (रेनीगुंटा-अरक्कोनम) रेल मार्ग पर पड़ता है. एक पुराने राजा के नाम इस रेलवे स्टेशन का नामकरण किया गया है. स्टेशन के नाम में शामिल हर शब्द का अपना ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है.
क्यों पड़ा इतना बड़ा नाम!
दरअसल इस रेलवे स्टेशन का नाम तेलुगु भाषा में है, जो आंध्र प्रदेश की प्रमुख भाषा है. लंबा नाम होने की वजब से कई लोग इसे सही से बोल पाते हैं. हर दिन इस रेलवे स्टेशन से सफर करने वाले लोगों के लिए स्टेशन का नाम लेना मुश्किल होता है. भारत के सबसे लंबे नाम वाले रेलवे स्टेशनों की सूटी में यह टॉप पर है.
गौरतलब है कि वहां के एक ऐतिहासिक शासक से इस नाम का संबंध है. यह नाम श्री वेंकट नारसिम्हा राजू नामक व्यक्ति के सम्मान में रखा गया था, जो उस क्षेत्र के जाने-माने शासक थे. उनके शासनकाल में क्षेत्र में आर्थिक और सांस्कृतिक विकास हुआ. उनके योगदान को सम्मान देने के लिए इस स्टेशन का नाम उनके नाम पर रखा गया है.