What Is IICT In Hindi: भारत सरकार ने देश के रचनात्मक और डिजिटल क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने वेव्स समिट 2025 (Waves Summit 2025) के दौरान मुंबई में भारतीय रचनात्मक प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Creative Technology, IICT) की स्थापना की घोषणा की। यह संस्थान Animation, Visual Effects, Gaming, Comics और Extended Reality (AVGC-XR) जैसे क्षेत्रों में भारत को वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाने का लक्ष्य रखता है।
IIM -IIT लेवल की चीज़ है IICT
IICT को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) और भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIM) की तर्ज पर एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसकी शुरुआत मुंबई के पेडर रोड स्थित NFDC भवन में अस्थायी कैंपस से हो चुकी है, जिसमें गेमिंग लैब, एनिमेशन स्टूडियो, वर्चुअल प्रोडक्शन सेटअप, एडिटिंग और साउंड रूम जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। भविष्य में, यह संस्थान गोरेगांव के दादासाहेब फाल्के फिल्म सिटी में 10 एकड़ के विशाल कैंपस में स्थापित होगा।
400 करोड़ का इन्वेस्टमेंट
इस परियोजना के लिए केंद्र सरकार ने 400 करोड़ रुपये की प्रारंभिक धनराशि स्वीकृत की है। IICT की स्थापना में निजी क्षेत्र की भागीदारी भी महत्वपूर्ण है, जिसमें फिक्की और सीआईआई जैसे उद्योग संगठन शामिल हैं। साथ ही, NVIDIA, Google, Apple, Microsoft, Meta, Star India और Adobe जैसे वैश्विक तकनीकी दिग्गज इस संस्थान के पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण में सहयोग करेंगे।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, “IICT भारत के 40 मिलियन से अधिक रचनाकारों को भविष्य के लिए तैयार करेगा। यह संस्थान न केवल मुंबई के मनोरंजन उद्योग को वैश्विक स्तर पर विस्तार देगा, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को डिजिटल माध्यम से दुनिया तक पहुंचाएगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह पहल भारत की रचनात्मक अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी और युवाओं के लिए रोजगार के लाखों अवसर पैदा करेगी।
IICT का फोकस शिक्षा, कौशल विकास, उद्योग विस्तार और अनुसंधान पर होगा। यह संस्थान भारतीय बौद्धिक संपदा को बढ़ावा देने के लिए देश की सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ेगा। भविष्य में, देश के अन्य हिस्सों में भी IICT के क्षेत्रीय केंद्र स्थापित करने की योजना है, ताकि रचनात्मक तकनीक की शिक्षा और संसाधन अधिक से अधिक युवाओं तक पहुंच सकें।
यह पहल भारत को डिजिटल और रचनात्मक क्षेत्र में वैश्विक महाशक्ति बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। IICT न केवल तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत की सॉफ्ट पावर को भी विश्व मंच पर मजबूत करेगा।