Paris Olympics 2024 : भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कांस्य पदक जीत लिया है। यह इस ओलंपिक में भारत का चौथा पदक है। मैच में भारत ने स्पेन को 2-1 से हराया। भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह मैच के हीरो रहे। 1972 के बाद यह पहला मौका है जब भारतीय हॉकी टीम ने लगातार दो ओलंपिक में पदक जीते हैं।
पहले क्वार्टर में पिछड़ गया भारत।
मैच के पहले क्वार्टर में भारतीय हॉकी टीम ने अच्छा डिफेंस दिखाया। टीम को पहले क्वार्टर में कोई पेनल्टी कॉर्नर नहीं मिला। दूसरी तरफ से स्पेन का डिफेंस भारतीय टीम पर दबाव बनाता रहा। हालांकि, इस क्वार्टर में भारतीय टीम को फील्ड गोल करने का मौका मिला। हार्दिक के असिस्ट पर सुखजीत ने गेंद को गोलपोस्ट की तरफ मारा, लेकिन गेंद गोलपोस्ट से काफी दूर थी।
दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन 18वें मिनट में भारतीय टीम ने पेनल्टी स्ट्रोक खा लिया। स्पेन के कप्तान मार्क मिरालेस ने भारतीय गोलकीपर श्रीजेश को छकाकर शानदार गोल किया। स्पेन ने मैच में 1-0 की बढ़त बना ली। गोल के बाद स्पेन ने भारतीय टीम पर दबाव बनाए रखा। 20वें मिनट में स्पेन को दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले। हालांकि, दोनों ही गोल नहीं हो पाए।
ड्रैग फ्लिक पर हरमनप्रीत का गोल।
24वें मिनट में भारतीय टीम ने अटैक किया। ललित के गोल के प्रयास को स्पेनिश गोलकीपर ने रोक दिया। रिबाउंड पर हार्दिक के प्रयास को भी रोक दिया गया। मैच के 25वें मिनट में स्पेन ने जवाबी हमला किया। श्रीजेश ने दूसरा गोल होने से रोका। 28वें मिनट में स्पेन के लैकेले का शॉट गोलपोस्ट से टकराया। 29वें मिनट में भारत को पहला पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिसे अमित रोहिदास गोल में नहीं बदल पाए। भारत को मैच का दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर 30वें मिनट में मिला। इस बार कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कमाल का शॉट लगाकर भारतीय टीम को मैच में बराबरी पर ला दिया। मैच के पहले हाफ के बाद दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं।
तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में भारतीय टीम को पेनाल्टी कॉर्नर मिला। 33वें मिनट में हरमनप्रीत ने इसे भी गोल में बदल दिया। इस गोल के साथ ही भारतीय टीम ने मैच में 2-1 की बढ़त बना ली। पेरिस ओलंपिक में हरमनप्रीत का यह 10वां गोल था। दूसरे गोल के बाद स्पेन ने भारत पर हमला किया। 34वें मिनट में स्पेन पीसी को गोल में नहीं बदल सका। 35वें मिनट में भारत को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला। लेकिन हरमनप्रीत इसे गोल में नहीं बदल सके। 37वें मिनट में भारत को फिर से पेनाल्टी कॉर्नर मिला। हरमनप्रीत इसे भी गोल में नहीं बदल सके।
40वें मिनट में स्पेन को पेनाल्टी कॉर्नर मिला। बॉल को श्रीजेश ने टैकल किया, रिबाउंड पर बॉल मार्क रेकासेंस के शरीर से टकराकर गोलपोस्ट के अंदर चली गई, जिसके कारण स्पेन को गोल नहीं मिला। तीसरे क्वार्टर में 44वें मिनट में भारत को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला। इसे भी गोल में नहीं बदला जा सका। भारतीय टीम 2-1 से आगे रही। चौथे क्वार्टर की शुरुआत में भारतीय टीम थोड़ी डिफेंसिव दिखी। शुरुआत में पीसी मिली, लेकिन स्पेन इसे गोल में तब्दील नहीं कर सका। 48वें मिनट में जरमनप्रीत ने 25 गज से स्पेनिश डिफ्लेक्शन को डिफ्लेक्ट कर गोल बचा लिया।
53वें मिनट में भारत के सुखजीत को ग्रीन कार्ड मिला। स्पेन ने लगातार भारतीय डिफेंस पर दबाव बनाए रखा। लेकिन भारतीय डिफेंस ने कोई गोल नहीं होने दिया। 57वें मिनट में स्पेन ने गोलकीपर कैलजादो की जगह ऑन-फील्ड सब्सटीट्यूट को उतारा. 59वें मिनट में स्पेन को पीसी मिली। श्रीजेश ने री-पीसी पर टैकल कर गोल बचा लिया। भारत ने मैच 2-1 से जीत लिया।