रक्षा सचिव आरके सिंह ने 30 अगस्त 2025 को घोषणा की कि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) सितंबर 2025 के अंत तक भारतीय वायुसेना (IAF) को दो तेजस मार्क-1ए लड़ाकू विमान सौंप सकता है। ये विमान हथियारों के एकीकरण (Weapons Integration) के साथ तैयार हैं और भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता (Atmanirbhar Bharat) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। यह घोषणा ऐसे समय में आई है, जब वायुसेना अपने पुराने मिग-21 बेड़े को बदलने की प्रक्रिया में है, जिसका आधिकारिक रिटायरमेंट 19 सितंबर 2025 को होगा। सरकार ने हाल ही में 97 अतिरिक्त तेजस मार्क-1ए (Tejas Mark 1 A ) विमानों की खरीद के लिए ₹67,000 करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है, जो HAL के लिए एक बड़ा ऑर्डर है।
Tejas Mark 1 A : स्वदेशी तकनीक का प्रतीक
तेजस मार्क-1ए, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस का उन्नत संस्करण है, जिसमें आधुनिक एवियॉनिक्स, रडार सिस्टम, और बेहतर युद्ध क्षमताएं हैं। इस विमान में 65% से अधिक स्वदेशी घटक हैं, जो मेक इन इंडिया पहल को मजबूती प्रदान करते हैं। यह सिंगल-इंजन मल्टी-रोल फाइटर विमान हाई-थ्रेट वातावरण में वायु रक्षा, समुद्री टोही, और स्ट्राइक मिशनों के लिए डिज़ाइन किया गया है। HAL के चेयरमैन डीके सुनील ने बताया कि विमान में उच्च-गुणवत्ता वाला रडार, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट, और मिसाइलों का एक पूरा सेट है, जो इसे वायुसेना के लिए एक शक्तिशाली मंच बनाता है.
वायुसेना की जरूरत और Mig -21 का रिटायरमेंट
भारतीय वायुसेना वर्तमान में 31 फाइटर स्क्वॉड्रन के साथ संचालित हो रही है, जो स्वीकृत 42 स्क्वॉड्रन से काफी कम है। 62 साल तक सेवा देने के बाद मिग-21 विमान 19 सितंबर 2025 को रिटायर हो जाएंगे। तेजस मार्क-1ए इन पुराने मिग-21, मिग-23, और मिग-27 विमानों को बदलने के लिए तैयार किया गया है। नए विमानों को राजस्थान के बीकानेर में नल एयरबेस सहित प्रमुख ठिकानों पर तैनात किया जाएगा, जो पाकिस्तान सीमा के करीब है। वर्तमान में वायुसेना के पास 38 तेजस विमान सेवा में हैं, और 83 विमानों का एक और ऑर्डर पहले से HAL के पास है।
97 नए विमानों का मेगा प्रोजेक्ट
19 अगस्त 2025 को केंद्र सरकार ने 97 अतिरिक्त तेजस मार्क-1ए विमानों की खरीद के लिए ₹62,000-67,000 करोड़ के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी। यह ऑर्डर HAL के लिए चार से पांच साल का ऑर्डर बुक सुनिश्चित करता है और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देता है। रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह प्रोजेक्ट वायुसेना को अपने पुराने बेड़े को बदलने और युद्धक क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा। तेजस मार्क-1ए के बाद, HAL तेजस मार्क-2 और पांचवीं पीढ़ी के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) पर भी काम कर रहा है