ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चो को सम्बोधित करते हुए देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने अपना उद्रबोधन देते हुए कहा कि भारत आंतक को कभी भी स्वीकार नही करेगा। उन्होने कहा कि अब युद्ध की परिभाषा बदल चुकी है।
ऑपरेशन सिंदूर से बहुत कुछ बदला
ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा करते हुए सीडीएस ने कहा कि यह ऑपरेशन उन मानकों को गलत साबित किया है। जिसमें जीत का आधार सैनिकों के समर्पण, विमानों के ध्वस्त करने के आंकड़े होते थें, लेकिन अब यह बदल चुका है। क्योकि नए दौर के युद्ध में जीत का आधार स्थिरता और गति, एक साथ कई मोर्चों पर कार्रवाई की क्षमता, सभी ऑपरेशनों के संयोजन का प्रदर्शन, शुद्धता, सही टाइमिंग और नुकसान का सटीक मूल्यांकन है।
सरकार और सेना का समन्वय ही सच्ची नीति है
छात्रों को सम्बोधित करते हुए सीडीएस ने कहा कि सरकार और सेना का समन्वय ही सच्ची नीति होती है, सरकार नीति बनाती है और सेना उसका अमल करती है। सही नेतृत्व की यह पहचान होती है। उन्होने छात्रों को कहा कि आप सभी आने वाले देश के भविष्य है। ऐसे में आप सभी पर बड़ी जिम्मेदारी है। यह ऐसा समय है जब हर छात्र को अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर देश निर्माण में योगदान देना चाहिए। इसके साथ ही, जनरल चौहान ने बच्चो से कई तरह की जानकारी को साझा करते हुए उन्हे न सिर्फ देश प्रेम का पाठ पढ़ाया बल्कि बताया कि यह तभी संभव होगा जब भारत हर क्षेत्र में विकसित होगा और इसके लिए युवाओं-छात्रों की जिम्मेदारी बढ़ रही है।
