विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A जो भारत में प्रेस की स्वतंत्रा (Freedom Of Press) का मुद्दा बनाता है वही देश के टॉप न्यूज़ चैनलों के टॉप न्यूज़ एंकर्स को बॉयकॉट कर रहा है. उनपर BJP/RSS का सपोर्ट करने का आरोप लगा रहा है.
I.N.D.I.A Boycott 14 News Anchors: फ्रीडम ऑफ़ प्रेस रिपोर्ट को मुद्दा बनाकर केंद्र सरकार को घेरने वाला विपक्ष अब देश के टॉप न्यूज़ चैनलों के टॉप पत्रकारों/एंकर्स का बहिष्कार कर रहा है. विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने ऐसे 14 न्यूज़ एंकर्स की लिस्ट बनाई है जिनके शो में या डिबेट में कोई विपक्षी नेता नहीं जाएगा। भले ही उनको डिबेट के लिए बुलाया जाए फिर भी विपक्ष का कोई भी लीडर इस लिस्ट में शामिल 14 न्यूज़ एंकर्स के बुलावे पर नहीं जाएगा।
जाहिर है कि I.N.D.I.A गठबंधन के नेताओं ने इस गठबंधन के बनने से पहले एक दूसरे को लेकर कई विवादित बयान दिए हैं. जैसे दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने लालू प्रसाद, राहुल गांधी, नितीश कुमार, शरद पवार जैसे नेताओं को खूब कोसा है. ठीक वैसे ही कांग्रेस भी अबतक JDU-RJD-SP को कोसती रही है. कुलमिलाकर I.N.D.I.A की हर पार्टी ने इस गठबंधन से पहले एक दूसरे को भ्रष्ट बताया है. अब न्यूज़ डिबेट में जब इन नेताओं के 3-4 महीने पुराने वीडियो चलाए जाएंगे और सवाल किए जाएंगे तो जाहिर है इनके पास कोई जवाब नहीं होगा। खैर… हैरान करने वाली बात ये है कि I.N.D.I.A ने खुले तौर पर भारत के सबसे बड़े न्यूज़ एंकर्स को बॉयकॉट करने की बात कही है लेकिन ताज्जुब इस बात का भी है जब इन्होने हर न्यूज़ चैनल के बड़े अधिकारीयों को बॉयकॉट कर दिया है तो इन्हे डिबेट में बुलाने के लिए बचा ही कौन है?
I.N.D.I.A ने इन 14 एंकर्स को बैन किया
- Zee News की डिप्टी एडिटर अदिति त्यागी
- Network 18 के सीनियर एडिटर अमन चोपड़ा
- News 18 के मैनेजिंग एडिटर अमिश देवगन
- News 18 के आनंद नरसिम्हन
- R.Bharat के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी
- DD न्यूज़ के पत्रकार अशोक श्रीवास्तव
- Aaj Tak की न्यूज़ एंकर चित्र त्रिपाठी
- Aaj Tak के मैनेजिंग एडिटर गौरव सावंत
- Times Network की ग्रुप एडिटर नाविका कुमार
- India Tv News की एंकर प्राची पराशर
- Bharat 24 की वाइस प्रेसिडेंट रुबिका लियाकत
- India Today के पत्रकार शिव अरूर
- Aaj Tak के कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चैधरी
- Times Now Bharat के न्यूज़ एंकर सुशांत सिन्हा
विपक्षी गठबंधन ने जिन एंकर्स को बॉयकॉट किया है वो इन न्यूज़ चैनलों के बड़े अधिकारी हैं. अगर ऐसा ही बॉयकॉट इन न्यूज़ चैनल वालों के कर दिया तो I.N.D.I.A के लीडर्स को कवरेज मिलना मुश्किल हो जाएगा। चुनाव में मीडिया में भूमिका कितनी जरूरी होती है यह बताने की जरूरत नहीं है.