India reprimanded Pakistan : भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। यह फटकार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के उस भाषण के बाद आई है जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया था। भारत ने साफ कहा है कि पाकिस्तान को सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के ‘परिणाम भुगतने’ के लिए तैयार रहना चाहिए।
पाकिस्तान को उसकी पुरानी करतूतें याद दिलानी चाहिए। India reprimanded Pakistan
यह जवाब भारत की प्रथम सचिव भाविका मंगलनंदन ने दिया। उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकवाद में शामिल होने का आरोप लगाया और कहा कि सीमा पार आतंकवाद फैलाना पाकिस्तान की पुरानी नीति रही है। दरअसल, शरीफ ने अपने भाषण में भारत से अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने दोनों देशों के बीच बातचीत की अपील भी की थी। भारत ने 2019 में अनुच्छेद 370 को हटा दिया और जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया।
आतंकवाद के लिए विश्व भर में जाना जाता है पाकिस्तान।
भाविका मंगलनंदन ने कहा, ‘आज सुबह इस सभा में एक अजीब तमाशा देखने को मिला। आतंकवाद, ड्रग व्यापार और अंतरराष्ट्रीय अपराध के लिए वैश्विक प्रतिष्ठा वाले सेना द्वारा संचालित देश ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र पर हमला करने का दुस्साहस किया है। दुनिया खुद देख सकती है कि पाकिस्तान असल में क्या है।’ वह पाकिस्तान स्थित आतंकी समूहों द्वारा किए गए हमलों का जिक्र कर रही थीं, जिनमें 2001 में भारतीय संसद पर हमला और 2008 में मुंबई में हुए हमले शामिल हैं।
दुनिया भर की आतंकी घटनाओं में रही पकिस्तान कीभूमिका ।
मंगलनंदन ने कहा कि पाकिस्तान दुनिया भर में कई आतंकी घटनाओं में शामिल पाया जाएगा। “शायद इस बात पर कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि उनके प्रधानमंत्री इस सदन में इस तरह की बातें करेंगे। फिर भी हमें यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके शब्द हम सभी के लिए कितने अस्वीकार्य हैं। हम जानते हैं कि पाकिस्तान सच्चाई का मुकाबला और भी झूठ से करेगा। उन्हें दोहराने से कुछ नहीं बदलेगा। हमारा रुख स्पष्ट है और इसे दोहराने की जरूरत नहीं है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कश्मीर का मुद्दा उठाया।India reprimanded Pakistan
अपने भाषण में शरीफ ने कश्मीर मुद्दे को क्षेत्रीय शांति से जोड़ा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि भारत का सैन्य विस्तार पाकिस्तान के खिलाफ है। हालांकि, मंगलानंदन ने बताया कि पाकिस्तान का आतंकवाद के जरिए जम्मू-कश्मीर में हस्तक्षेप करने और क्षेत्र में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने का इतिहास रहा है।
जिसका खुदका इतिहास खराब है वो दे रहा लेक्चर। India reprimanded Pakistan
भारत की प्रतिक्रिया आतंकवाद से आगे बढ़कर पाकिस्तान के आंतरिक मुद्दों पर पहुंच गई। मंगलानंदन ने पाकिस्तान पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया, जिसमें बांग्लादेश में 1971 के नरसंहार और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का जिक्र किया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का असहिष्णुता पर दुनिया को व्याख्यान देना हास्यास्पद है, जबकि उसका खुद का रिकॉर्ड खराब है।