India-Pakistan War Ends:भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रही तनातनी और सैन्य टकराव (Military Conflict) आखिरकार शनिवार देर रात समाप्त हो गया। यह जंग 7 मई 2025 को तब शुरू हुई थी, जब भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Pahalgam Attack) के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में कई ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे। इस हमले में 27 लोगों की मौत हुई थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था।
कैसे खत्म हुई भारत पाकिस्तान की जंग?
How Did the India Pakistan War End: दोनों देशों के बीच यह युद्धविराम (Ceasefire) संयुक्त राष्ट्र (United Nations) और अमेरिका (United States) की मध्यस्थता के बाद संभव हो सका। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump), जिन्होंने हाल ही में इस तनाव को “शर्मनाक” (Shameful) करार दिया था, ने दोनों देशों के नेताओं से व्यक्तिगत रूप से बात की। इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव (UN Secretary-General) ने भी दोनों देशों से तत्काल युद्धविराम की अपील की थी, जिसके बाद शनिवार, 10 मई 2025 को देर रात दोनों पक्षों ने हथियार डालने और शांति वार्ता (Peace Talks) शुरू करने पर सहमति जताई।
भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों ने नियंत्रण रेखा (Line of Control – LoC) पर गोलीबारी बंद करने का आदेश जारी किया, और दोनों देशों की सेनाओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में पीछे हटना शुरू कर दिया। इस युद्धविराम को लागू करने के लिए संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (UN Peacekeeping Mission) के तहत एक निगरानी समूह (Monitoring Group) भी तैनात किया जाएगा, जो अगले कुछ हफ्तों तक LoC पर स्थिति की निगरानी करेगा।
किसके कहने पर हुआ?
Who Mediated the Ceasefire Between India Pakistan: इस युद्धविराम में अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की भूमिका अहम रही। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubio) ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से कई दौर की बातचीत की। सूत्रों के मुताबिक, रुबियो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) और पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की और दोनों पक्षों को तनाव कम करने के लिए राजी किया। इसके अलावा, रूस और चीन (Russia and China) ने भी पीछे से इस प्रक्रिया में सहयोग दिया, क्योंकि दोनों देश नहीं चाहते थे कि यह तनाव एक बड़े क्षेत्रीय संकट (Regional Crisis) में बदल जाए।
अमेरिकी राष्ट्रपति का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस (White House) से एक बयान जारी करते हुए कहा, “यह बहुत अच्छी खबर है कि भारत और पाकिस्तान ने युद्धविराम पर सहमति जताई है। यह दोनों देशों और पूरे क्षेत्र के लिए एक बड़ा कदम है। मैंने दोनों नेताओं से कहा था कि युद्ध किसी के हित में नहीं है, और मुझे खुशी है कि उन्होंने हमारी बात सुनी। अमेरिका दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार है ताकि भविष्य में ऐसा तनाव दोबारा न हो।” (Trump on Ceasefire: “War is in Nobody’s Interest”)
अब क्या होगा?
- शांति वार्ता (Peace Negotiations): दोनों देशों के बीच अगले कुछ हफ्तों में शांति वार्ता शुरू होने की उम्मीद है। यह वार्ता संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका की मध्यस्थता में होगी, और इसमें कश्मीर मुद्दे (Kashmir Issue) के साथ-साथ सीमा पर आतंकवाद को रोकने के उपायों पर चर्चा होगी।
- सैन्य सतर्कता (Military Vigilance): भारत और पाकिस्तान दोनों ने अपनी सेनाओं को LoC पर सतर्क रहने का निर्देश दिया है। भारत ने विशेष रूप से कहा है कि वह किसी भी उकसावे (Provocation) का कड़ा जवाब देगा।
- अंतरराष्ट्रीय निगरानी (International Monitoring): संयुक्त राष्ट्र का निगरानी समूह दोनों देशों की सीमाओं पर स्थिति को स्थिर रखने में मदद करेगा। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय समुदाय (International Community) दोनों देशों पर दबाव बनाए रखेगा ताकि वे शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं।
- आर्थिक प्रभाव (Economic Impact): इस जंग के कारण दोनों देशों की अर्थव्यवस्था (Economy) पर बुरा असर पड़ा है। भारत और पाकिस्तान दोनों को अब अपनी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बड़े कदम उठाने होंगे।