ऑपरेशन सिंदूर: विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीसरे दिन की कार्रवाई पर ब्रीफिंग

भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव (India-Pakistan Tensions) और ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तीसरे दिन विदेश मंत्रालय ने आज, 9 मई 2025 को एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) आयोजित की। इस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिसरी (Vikram Misri) ने ऑपरेशन सिंदूर की नवीनतम कार्रवाइयों और भारत की रणनीति पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उनके साथ कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sofia Qureshi) और विंग कमांडर व्योमिका सिंह (Wing Commander Vyomika Singh) भी मौजूद थीं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि भारतीय सशस्त्र बलों (Indian Armed Forces) ने पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों (Drone and Missile Attacks) को नाकाम करने में सफलता हासिल की। कुरैशी ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने 36 स्थानों पर 300 से 400 ड्रोनों का उपयोग कर सैन्य ठिकानों (Military Targets) को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारत की एकीकृत काउंटर ड्रोन प्रणाली (Integrated Counter Unmanned Aircraft System) और S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम (S-400 Missile Defense System) ने इन हमलों को पूरी तरह विफल कर दिया।

विदेश सचिव मिसरी ने जोर देकर कहा कि भारत का उद्देश्य तनाव बढ़ाना नहीं है, बल्कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) का जवाब देना है, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे। उन्होंने कहा, “भारत की कार्रवाइयां मापी-तुली, सटीक और गैर-उत्तेजक (Measured, Precise, Non-Escalatory) हैं। हमारी प्राथमिकता देश की संप्रभुता (Sovereignty) और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।”

ब्रीफिंग में यह भी बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pakistan-Occupied Kashmir) में आतंकी ठिकानों (Terror Camps) पर सटीक हमले किए, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) जैसे संगठनों से जुड़े नौ लक्ष्यों को नष्ट किया गया।

पाकिस्तान की ओर से पुंछ और राजौरी (Poonch and Rajouri) में सीजफायर उल्लंघन (Ceasefire Violation) के कारण 13 नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई, जिसे भारत ने गंभीरता से लिया। मिसरी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान पर आतंकी गतिविधियों (Terrorist Activities) के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आह्वान किया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी उल्लेख किया गया कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (United Nations Security Council) के सदस्यों को ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले के बारे में विस्तृत जानकारी दी है। भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी कार्रवाइयां आत्मरक्षा (Self-Defense) और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई (Global Fight Against Terrorism) के तहत हैं।

इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने तीनों सेना प्रमुखों (Army, Navy, Air Force Chiefs) के साथ बैठक की, जिसमें सीमा पर सुरक्षा तैयारियों (Border Security Preparations) की समीक्षा की गई। ऑपरेशन सिंदूर के कारण पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है, और उसने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से और अधिक कर्ज (International Loans) मांगा है।

विदेश मंत्रालय ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। सरकार ने यह भी आश्वासन दिया कि वह किसी भी परिस्थिति में देश की सुरक्षा (National Security) से समझौता नहीं करेगी

कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sofia Qureshi) ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने तुर्की में निर्मित ड्रोनों (Turkey-Made Drones) का उपयोग कर भारतीय सैन्य ठिकानों (Military Targets) पर हमले की कोशिश की। इन ड्रोनों को जम्मू, पठानकोट, और उधमपुर (Jammu, Pathankot, Udhampur) सहित कई स्थानों पर तैनात किया गया था, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणाली (Air Defense System), विशेष रूप से S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम (S-400 Missile Defense System) और एकीकृत काउंटर ड्रोन प्रणाली (Integrated Counter Unmanned Aircraft System) ने इन हमलों को पूरी तरह नाकाम कर दिया। कुरैशी ने बताया कि ड्रोनों के मलबे की फॉरेंसिक जांच (Forensic Investigation) शुरू कर दी गई है, और पाकिस्तान द्वारा नागरिक विमानों (Civilian Aircraft) को ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की रणनीति की भी निंदा की।

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