India-China Trade Rupee-Yuan Exchange Through Lipulekh Pass: भारत और चीन (India and China Lipulekh Pass Trade) ने लिपुलेख दर्रा (Lipulekh Pass) से व्यापार फिर से शुरू करने का फैसला किया है, और अब यह व्यापार रुपये और युआन में होगा। यह कदम दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध को मजबूत करेगा, लेकिन इसका क्या फायदा होगा, और क्या चुनौतियां हैं? आइए, समझते हैं।
भारत और चीन ने लिपुलेख दर्रा (Lipulekh Pass), शिप्की ला (Shipki La), और नाथू ला (Nathu La) से व्यापार फिर से शुरू करने का फैसला किया है, जो 2025 से लागू होगा। अब यह व्यापार रुपये और युआन में होगा, जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा। यह व्यापार पूरी तरह से रोड के माध्यम से होगा, जो लॉजिस्टिक्स को आसान बनाएगा।
रुपये और युआन ( Rupee Yuan Trade ) में व्यापार दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध को मजबूत करेगा, और निर्भरता कम होगी। रोड के माध्यम से व्यापार लॉजिस्टिक्स को आसान बनाएगा, और लागत कम होगी। लिपुलेख दर्रा (Lipulekh Pass) और अन्य दर्रों से व्यापार स्थानीय अर्थव्यवस्था को बूस्ट देगा, और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
लिपुलेख दर्रा से रुपये और युआन में व्यापार शुरू करना दोनों देशों के लिए फायदेमंद होगा, लेकिन चुनौतियां भी हैं। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि यह कदम कितना सफल होता है, और इसका क्या असर होगा।