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India China NSA Meeting : चीन ने मानी भारत की ये तीन मांगें, डोभाल और वांग की बैठक में हो गई बड़ी डील

India china nsa meeting

India China NSA Meeting : मंगलवार को भारत और चीन के बीच सीमा विवाद का स्थाई हल निकालने के उद्देश्य से चर्चा करने के लिए विशेष प्रतिनिधि (SR) की 24वीं बैठक हुई। यह बैठक 2019 के बाद पहली बार हुई, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने की। हालांकि इस बैठक में सीमा विवाद को सुलझाने का कोई समाधान नहीं निकला, लेकिन भारत-चीन के रिश्तों को मजबूत करने के लिए एक बड़ा संकेत जरूर मिला है।

2019 के बाद पहली बार हुई सर की बैठक 

एसआर की यह बैठक 2019 के बाद पहली बार हुई है, लेकिन पिछले आठ महीनों में यह दूसरी बैठक थी। इससे पता चलता है कि 2020 में पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के घुसने के बाद बनी स्थिति से दोनों देश आगे बढ़ने की इच्छा दिखा रहे हैं। इस बैठक में मुख्य बात यह रही कि सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने, सैन्य तनाव कम करने, और दोनों के बीच भरोसा बढ़ाने के उपायों पर बात हुई।

चीन ने मान ली भारत की ये तीन मांगें 

चीन ने भारत की तीन मुख्य मांगे पूरी करने का भरोसा दिया है। ये तीनों मांगे आर्थिक क्षेत्र से जुड़ी हैं। इनमें भारत को चीन से उर्वरक की आपूर्ति में आ रही रुकावटें दूर करने के साथ ही रेयर अर्थ मैग्नेट और इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए जरूरी टनेल बोरिंग मशीन के आयात को शुरू करने की बात है।

पीएम मोदी और शी की मुलाक़ात के बाद से बदले रिश्ते 

प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात से दोनों देशों के रिश्ते फिर से ठीक हो रहे हैं। डोभाल ने कहा कि अक्टूबर में रूस के कजान में मोदी और शी की मुलाकात के बाद बनी सहमति ने दोनों देशों को नई दिशा दी है। उन्होंने जोर दिया कि पिछले नौ महीनों से सीमा पर शांति बनी हुई है, जिससे दोनों देशों को नए काम करने का मौका मिला है।

पीएम मोदी की अगली चीन यात्रा जरूरी- वांग यी

एनएसए ने अपने भाषण में यह बताया कि प्रधानमंत्री मोदी जल्दी ही चीन की यात्रा पर जाएंगे। वांग यी ने भी माना कि हाल के वर्षों में दोनों देशों के रिश्तों में आई रुकावटें दोनों के लिए ठीक नहीं थीं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि दोनों पक्ष भरोसा और सहयोग बढ़ाएं। बैठक में सीमा प्रबंधन को अच्छा बनाने, तनाव को रोकने, और सीमा पार व्यापार बढ़ाने जैसे मुद्दों पर भी बातचीत हुई। वांग यी ने कहा कि चीन मोदी की आने वाली चीन यात्रा को बहुत जरूरी मानता है। मोदी शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक में तियानजिन जाएंगे। 

पीएम मोदी की चीन यात्रा से पहले हुई बैठक 

इस मौके पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने कहा कि आगे भी अच्छी बातचीत करते रहना जरूरी है। यह बैठक प्रधानमंत्री मोदी की तियानजिन में होने वाली एससीओ सम्मेलन की यात्रा से पहले हुई है, जो दोनों देशों के बीच अच्छे संवाद को और मजबूत कर सकती है।

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