बलूचिस्तान ने की स्वतंत्रता की घोषणा: मीर यार बलोच ने पाकिस्तान से अलग होने का ऐलान किया, भारत से मांगा समर्थन

बलूच नेता और लेखक मीर यार बलोच (Mir Yar Baloch) ने पाकिस्तान से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता (Independence of Balochistan from Pakistan) की औपचारिक घोषणा कर दी है। उन्होंने दशकों से चली आ रही हिंसा, जबरन गायब किए जाने और मानवाधिकार उल्लंघनों को इसका कारण बताया। मीर यार ने भारत और संयुक्त राष्ट्र (UN) से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता को मान्यता देने और समर्थन प्रदान करने की अपील की है। यह घोषणा सोशल मीडिया पर ‘रिपब्लिक ऑफ बलूचिस्तान’ के ट्रेंड के साथ व्यापक चर्चा में है।

घोषणा का विवरण

  • स्वतंत्रता का दावा: मीर यार बलोच ने कहा कि बलूचिस्तान ने 11 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन के अंत के समय अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की थी। उन्होंने दावा किया कि बलूचिस्तान कभी भी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं रहा और पाकिस्तान ने इसे 1948 में जबरन कब्जा किया।
  • भारत से अपील: मीर यार ने भारतीय मीडिया, यूट्यूबर्स और बुद्धिजीवियों से बलूचों को “पाकिस्तान के लोग” न कहने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तानी नहीं, बलूचिस्तानी हैं। पंजाबी पाकिस्तान के लोग हैं, जिन्हें कभी हवाई बमबारी या नरसंहार का सामना नहीं करना पड़ा।”
  • दूतावास की मांग: उन्होंने भारत सरकार से नई दिल्ली में बलूचिस्तान का दूतावास खोलने की अनुमति देने और मुंबई में जिन्ना हाउस को “बलूचिस्तान हाउस” के रूप में नामित करने की मांग की।
  • संयुक्त राष्ट्र से अनुरोध: मीर यार ने UN से बलूचिस्तान को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देने और पासपोर्ट व मुद्रा छपाई के लिए धन उपलब्ध कराने की अपील की।

बलूचिस्तान का संघर्ष

  • ऐतिहासिक पृष्ठभूमि: बलूचिस्तान, जो क्षेत्रफल के हिसाब से पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, पहले कालात का रियासत था। 1948 में पाकिस्तान द्वारा इसके कब्जे के बाद से कई विद्रोह हुए, जिसमें बलूच राष्ट्रवादी समूह स्वायत्तता या स्वतंत्रता की मांग करते रहे हैं।
  • BLA के हमले: बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हाल ही में ‘ऑपरेशन हीरोफ’ के तहत बलूचिस्तान में 51 से अधिक स्थानों पर 71 समन्वित हमले किए, जिनमें सैन्य ठिकानों, पुलिस स्टेशनों और खनिज परिवहन वाहनों को निशाना बनाया गया। BLA ने पाकिस्तान को “आतंकवादी देश” करार देते हुए वैश्विक समुदाय से समर्थन मांगा।
  • लोगों का समर्थन: मीर यार ने दावा किया कि बलूचिस्तान के 6 करोड़ लोग भारत के साथ दोस्ती का समर्थन करते हैं। उन्होंने तस्वीरें साझा कीं, जिनमें लोग भारत-बलूच दोस्ती के बैनर लिए हुए थे।

भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच स्थिति

  • भारत का समर्थन: मीर यार ने भारत के उस बयान का समर्थन किया जिसमें पाकिस्तान से पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoK) खाली करने को कहा गया। उन्होंने चेतावनी दी कि पाकिस्तान को PoK छोड़ना होगा, वरना उसे “ढाका में 93,000 सैनिकों की हार जैसी शर्मिंदगी” झेलनी पड़ सकती है।
  • सोशल मीडिया पर हलचल: #RepublicOfBalochistan ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग बलूचिस्तान का झंडा और स्वतंत्र नक्शा साझा कर रहे हैं। कुछ यूज़र्स ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता को मान्यता देने की मांग की।

चुनौतियां और भविष्य

  • पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: पाकिस्तान ने अभी तक इस घोषणा पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, BLA के हमलों को वह आतंकवादी गतिविधियां मानता है।
  • वैश्विक प्रभाव: विश्लेषकों का मानना है कि यह घोषणा, भले ही प्रतीकात्मक हो, पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती दे सकती है और अन्य अलगाववादी आंदोलनों को प्रेरित कर सकती है।

मीर यार बलोच ने कहा, “बलूचिस्तान के लोग सड़कों पर हैं, और यह उनका राष्ट्रीय फैसला है कि बलूचिस्तान पाकिस्तान नहीं है। विश्व समुदाय अब चुप नहीं रह सकता।” यह घटनाक्रम भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को और जटिल कर सकता है।

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