2024 में हम आज़ादी की 78 वीं वर्षगांठ मना रहे हैं यानी की 2024 में भारत की आज़ादी के 77 साल हो चुके हैं। 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन भारत का राष्ट्रीय ध्वज खुले आकाश में लहराता है पर क्या आपको ध्वजरोहण और झंडा फहराने में फर्क पता है? की आखिर किस दिन झंडा फहराया जाता है और किस दिन ध्वजारोहण किया जाता है? जानने के लिए आर्टिकल को पूरा पढ़ें…………..
स्वतंत्रता दिवस में होता है ध्वजारोहण ;
15 अगस्त यानी की स्वतंत्रता दिवस के दिन ध्वजारोहण किया जाता है। ध्वजारोहण को flag hosting भी कहते है जिसका मतलब होता है झंडा नीचे से ऊपर की ओर जाता है और फिर ऊपर उसे हवा में खोला जाता है इसे ही ध्वजारोहण कहते है। ये इस बात का प्रतीक होता है 1947 में ब्रिटिश हुकूमत का झंडा नीचे करके भारत का झंडा ऊपर खुलकर लहराया था इसे ही ध्वजारोहण कहते है। भारत में ध्वजारोहण देश के प्रधानमंत्री करते हैं जिसका कार्यक्रम दिल्ली के लाल किले में किया जाता है।
गणतंत्र दिवस पर फहराते हैं झंडा ;
गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराया जाता है जिसे flag unfurling भी कहते है। 26 जनवरी में झंडा फहराया जाता है। इसमें बंधे हुए हुए झंडे को खोल देते हैं फिर झंडा लहराने लगता है इसे ही झंडा फहराना कहते हैं। भारत ने ध्वजारोहण का कर्यक्रम कर्त्तव्य पथ पर आयोजित होता है जिसमें देश की राष्ट्रपति झंडा फहराते हैं।