Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में जैश का हेडक्वार्टर सहित अजहर मसूद के 10 रिश्तेदार ढेर

azahar masood

Operation Sindoor: अजहर मसूद ने कहा कि बहावलपुर में हुए भारतीय हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और 4 सहयोगी मारे गए हैं। बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी अजहर ने बयान जारी कर बताया कि मरने वालों में उसकी बड़ी बहन और जीजा, अजहर का भतीजा और उसकी पत्नी, एक भतीजी और उसके पांच बच्चे शामिल हैं।

Operation Sindoor: भारत की ओर से पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख और कांधार विमान हाईजैक के मास्टरमाइंड मौलाना अजहर मसूद (Azhar Masood) ने कहा कि बहावलपुर में हुए भारतीय हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य और 4 सहयोगी मारे गए हैं। बीबीसी उर्दू की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी अजहर ने बयान जारी कर बताया कि मरने वालों में उसकी बड़ी बहन और जीजा, अजहर का भतीजा और उसकी पत्नी, एक भतीजी और उसके पांच बच्चे शामिल हैं। बयान में यह भी कहा गया है कि आतंकी मसूद के तीन करीबी सहयोगी भी मारे गए हैं। इनके अलावा एक सहयोगी की मां भी मारी गई है।

भारत में कई हमलों का जिम्मेदार है आतंकी अजहर मसूद

संसद में हुए हमले के अलावा पठानकोट,पुलवामा हमले का भी मास्टरमाइंड है अजहर। वह भारत में एक नहीं बल्कि कई आतंकी हमलों का जिम्मेदार है। इसके अलावा उसने 2016 में हुए पठानकोट में भी हमला करवाया था। दिल्ली पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, मसूद ने भारत पर हमलों के लिए जैश-ए-मोहम्मद के कैडर का इस्तेमाल किया था। वह 2005 में राम जन्मभूमि और 2019 में पुलवामा में CRPF के जवानों पर भी हमले के लिए जिम्मेदार है। आतंकी मसूद ने 2016 में उरी हमले और अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ में भारतीय कॉन्सुलेट पर भी अटैक करवाया था।

पहचान छिपाकर आया था भारत

अजहर मसूद पहली बार 29 जनवरी, 1994 को बांग्लादेश से विमान में सवार होकर दिल्ली पहुंचा था। 1994 में वह फर्जी पहचान बनाकर श्रीनगर पहुंचा था। उसका मकसद हरकत-उल-जिहाद अल-इस्लामी और हरकत-उल-मुजाहिदीन गुटों के बीच तनाव कम करना था। इस बीच भारत ने उसे आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए अनंतनाग से गिरफ्तार कर लिया था। तब उसने कहा था कि कश्मीर को आजाद कराने के लिए 12 देशों से इस्लामिक सैनिक आए हैं। हम आपकी कार्बाइन का जवाब रॉकेट लॉन्चर से देंगे।

इसके बाद जुलाई 1995 में जम्मू-कश्मीर से 6 विदेशी पर्यटकों को अगवा कर लिया गया। किडनैपर्स ने टूरिस्ट के बदले समूद अजहर की रिहाई की मांग की। इसी बीच अगस्त में दो टूरिस्ट किडनैपर्स की कैद से भागने में कामयाब हो गए। हालांकि, बाकियों की कोई जानकारी नहीं मिल सकी।

विमान हाईजैक के चलते छूटा अजहर

24 दिसंबर साल 1999 को अजहर के भाई और उसके आतंकी साथियों ने काठमांडू से दिल्ली आ रहे एक भारतीय विमान को हाईजैक कर लिया था। वे विमान को अफगानिस्तान के कंधार ले गए, उस वक्त वहां तालिबानी शासन था। विमान में कैद लोगों के बदले अजहर सहित 3 आतंकियों को छोड़ने की मांग की गई। इसमें अजहर को छोड़ दिया गया। इसके बाद वह पाकिस्तान भाग गया।

2019 में ग्लोबल टेररिस्ट घोषित हुआ

चीनी सरकार कई बार मसूद को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित होने से बचा चुकी है। साल 2009 में पहली बार अजहर को वैश्विक आतंकी की लिस्ट में शामिल करने का प्रस्ताव आया था। तब चीन ने लगातार 4 बार सबूतों की कमी का हवाला देकर प्रस्ताव पास नहीं होने दिया। अक्टूबर 2016 में चीन ने भारत के प्रस्ताव के खिलाफ जाकर UNSC में अजहर को बचा लिया। 2017 में अमेरिका ने अजहर को आतंकी घोषित करने की मांग उठाई, फिर से चीन बीच में आ गया। अंत में मई 2019 में चीन को पीछे हटना पड़ा और UNSC में मसूद को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित कर दिया गया।

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