Mob Lynching in Karnataka : कट्टरवाद भारत में इस कदर हावी है कि भारत में पाकिस्तान जिंदाबाद कहने मात्र से एक भारतीय दूसरे भारतीय का सर कलम करने में तनिक संकोच नहीं करता हाल ही में एक घटना कर्नाटक के मंगलुरु शहर के बाहरी इलाके में घटित हुई दरअसल क्रिकेट मैच के दौरान हुए विवाद के बाद लोगों के एक समूह ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच की जा रही है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने इसे मॉब लिंचिंग बताया है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले को बहुत गंभीरता से लिया जाएगा। पीड़ित पर स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाने का आरोप है। यह घटना 27 अप्रैल को दोपहर करीब 3 बजे मंगलुरु के बाहरी इलाके कुड्डुपु गांव में भत्रा कल्लुर्थी मंदिर के पास हुई।
पीड़ित की मौत आंतरिक रक्तस्राव से हुई। Mob Lynching in Karnataka
पुलिस की माने तो पीड़ित की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। पाकिस्तान जिंदाबाद बोलने पर उस पर लाठियों की ऐसी बरसात की गई वह व्यक्ति अपनी जान से हाथ धो बैठा। पुलिस ने बताया कि अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया और मंदिर परिसर के पास शव मिलने के बाद मामले की जांच शुरू कर दी। मंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर अनुपम अग्रवाल ने बताया कि 28 अप्रैल को किए गए पोस्टमार्टम में पुष्टि हुई है कि मौत गंभीर चोटों के कारण हुई है।
पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। Mob Lynching in Karnataka
पुलिस भी मामले को लेकर शख्त दिखाई दे रही है मामले में अब तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। मुख्य आरोपी की पहचान कुड्डुपु निवासी सचिन के रूप में हुई है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनाक्रम जानने के लिए सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है। गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा, “मॉब लिंचिंग की घटना की सूचना मिली है, लेकिन इस समय पीड़ित का नाम और पहचान पता नहीं चल पाई है। वह कहां से आया था, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है
गृह मंत्री ने कहा कि कर्नाटक एक शांतिपूर्ण राज्य है, इसे अशांत न करें।
गृह मंत्री परमेश्वर बोले कि “मुझे बताया गया कि वह स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहा था।यह सुनने के बाद कुछ लोग इकट्ठा हो गए और उसकी पिटाई कर दी। कुछ देर बाद सदमे से उसकी मौत हो गई। मुझे अभी तक वास्तविक रिपोर्ट नहीं मिली है। करीब 10 या 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस मामले में आगे की जांच जारी है।” उन्होंने आगे कहा, “कर्नाटक एक शांतिपूर्ण राज्य है। हम ऐसी चीजों की अनुमति नहीं देना चाहते हैं। यदि उसने कोई देशविरोधी गतिविधि की तो इसकी शिकायत करनी चाहिए थी|