Manmohan Singh On PM Modi: देश के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की तारीफ की है. Manmohan Singh ने PM Modi के बारे में अच्छी-अच्छी बातें तब कही हैं जब यूरोप यात्रा में गए Rahul गांधी देश के प्रधान मंत्री को बुरा-भला कह रहे हैं.
मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा है कि ‘अब मैं देश के लिए चिंतित नहीं हूं बल्कि आशावादी हूं.
मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी की तारीफ क्या कहा
पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह ने अंग्रेजी अख़बार Indian Express को हाल ही में इंटरव्यू दिया है. जिसमे मनमोहन सिंह ने कहा है कि- दुनिया की नई व्यवस्था को चलाने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है. उसने अपने आर्थिक हितों और संप्रभुता को पहले स्थान में रखकर सही काम किया है. मैं भारत के भविष्य को लेकर चिंतित होने की बजाय आशावादी ज्यादा हूं. लेकिन ये उम्मीद इस बात पर टिकी है कि देश कितना समरसतापूर्ण है. ये देश के ताने-बाने पर निर्भर है.
उन्होंने सवालों का जवाब देते हुए कहा-
मुझे इस बात की ख़ुशी है कि मेरे जीवनकाल में भारत को G20 की अध्यक्षता करने का मौका मिला। मैं भारत की G20 की मेजबानी का गवाह हूं. विदेश नीति हमेशा से भारत के प्रशासनिक ढांचे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है. लेकिन ये कहना ठीक है कि आज देश की विदेश नीति, देश की घरेलू राजनीति के लिए और भी अधिक जरूरी और प्रासंगिक हो गई है. हालांकि दुनिया में भारत की स्थिति घरेलू राजनीति में एक मुद्दा होना चाहिए, लेकिन पार्टी या व्यक्तिगत राजनीति के लिए कूटनीति और विदेश नीति का इस्तेमाल करने में संयम बरतना भी उतना ही महत्वपूर्ण है.”
सरकार ने सही काम किया
“जब दो या दो से ज्यादा ताकतें संघर्ष में फंस जाती हैं तो देशों पर किसी एक पक्ष के साथ जाने का भारी दबाव होता है. मेरा मानना है कि भारत ने शांति की अपील के साथ-साथ हमारी संप्रभुता और आर्थिक हितों को पहले रखकर सही काम किया है. G20 की कल्पना कभी सुरक्षा से जुड़े विवादों को निपटाने के मंच के रूप में नहीं की गई थी. G20 के लिए ये जरूरी है कि वो सुरक्षा से जुड़े मतभेदों को दूर रखे. और जलवायु, असमानता और वैश्विक व्यापार में श्वास की चुनौतियों से निपटने के लिए नीतियां बनाने पर अपना ध्यान केंद्रित रखे.”
चीन से जुड़े मुद्दे पर मनमोहन सिंह ने कहा-
मेरी राय में प्रधानमंत्री को पेचीदा डिप्लोमैटिक मामलों को संभालने के बारे में सुझाव देना सही नहीं है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने G20 समिट में हिस्सा न लेने का फैसला किया है. मुझे उम्मीद और भरोसा है कि प्रधानमंत्री (मोदी) भारत की क्षेत्रीय और संप्रभु अखंडता की रक्षा करने और द्विपक्षीय तनाव को कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएंगे.”
बता दें कि G20 Summit के डिनर इवेंट में मनमोहन सिंह को भी बुलाया गया है. हालांकि कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं ने बचकाने और बीमारी के बहाने देकर इस इवेंट में शामिल होने से मना कर दिया है. छत्तीसगढ़ के सीएम ने तो यह कह दिया कि ‘दिल्ली नो फ़्लाइंग ज़ोन है’ इसी लिए मैं नहीं आ सकता। इधर मल्लिकार्जुन खड़गे को ना बुलाए जाने से कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की हत्या बता दिया है. देखा जाए तो G20 को लेकर कांग्रेस पार्टी ने अबतक कोई भी सकारात्मक बयान नहीं दिया है.