MP: गर्भपात के लिए अस्पताल के चक्कर काटती रही रेप पीड़िता

dhar news

Dhar Hospital News: मंगलवार को पीड़िता सुबह 11 बजे अपने पिता के साथ धार जिला अस्पताल पहुंची, लेकिन वहां न तो डॉक्टर मौजूद थे और न ही पुलिसकर्मी। पिता हाईकोर्ट का आदेश दिखाते रहे, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।पीड़िता और उनके पिता को एक केबिन से दूसरे केबिन के चक्कर लगाने पड़े। मंत्री की फटकार के बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया।

Dhar News in Hindi: धार में हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद 13 साल की रेप पीड़िता का गर्भपात समय पर नहीं हो सका। मंगलवार को पीड़िता सुबह 11 बजे अपने पिता के साथ धार जिला अस्पताल पहुंची, लेकिन वहां न तो डॉक्टर मौजूद थे और न ही पुलिसकर्मी। पिता हाईकोर्ट का आदेश दिखाते रहे, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया।

पीड़िता और उनके पिता को एक केबिन से दूसरे केबिन के चक्कर लगाने पड़े। दोपहर 2 बजे केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर अस्पताल के निरीक्षण पर पहुंचीं। तब पीड़िता के पिता ने गुहार लगाई, “हमारी कोई गलती नहीं थी। हमारी बच्ची के लिए बस मदद चाहिए।”

मंत्री की फटकार के बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया। दोपहर 4 बजे पीड़िता को इंदौर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। देर रात उसे भर्ती किया गया, लेकिन बुधवार सुबह 8 बजे तक गर्भपात की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी। हाईकोर्ट ने मंगलवार सुबह 11 बजे तक गर्भपात का आदेश दिया था, जो समय पर पूरा नहीं हुआ।

पुलिस की लापरवाही और थाने के चक्कर

लगभग तीन महीने पहले धार जिले में 13 साल की बच्ची का अपहरण हुआ था। आलीराजपुर निवासी कमलेश और उसके आठ साथियों ने बच्ची को वैन में डालकर गुजरात ले जाकर दुष्कर्म किया। कुछ दिन बाद बच्ची किसी तरह घर लौटी। परिवार ने अपहरण की शिकायत के लिए तिरला थाने का रुख किया, लेकिन उन्हें बताया गया कि मामला राजगढ़ थाने का है। राजगढ़ थाने ने फिर तिरला थाना जाने को कहा।

परेशान होकर परिवार ने 26 अप्रैल को एसपी कार्यालय में शपथ पत्र के साथ शिकायत दर्ज की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद 7 मई को परिवार ने सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की।

हाईकोर्ट का आदेश

कोर्ट के निर्देश पर बच्ची का मेडिकल परीक्षण हुआ, जिसमें ढाई माह का गर्भ ठहरा। गर्भपात की अनुमति के लिए परिवार ने इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने मंगलवार सुबह 11 बजे तक गर्भपात का आदेश दिया।

डॉ. एमके बर्मन के अनुसार, बच्ची को सिकलसेल एनीमिया है, जिसके कारण गर्भपात में जटिलताओं की आशंका थी। इसलिए उसे इंदौर रेफर किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *