भोपाल। पुलिस विभाग अपने ही कर्मचारियों की कारगुजारी से होने वाली चिकचिक से बचने के लिए एक अभिनव पहल की है। भोपाल की पुलिस ने ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले 11 पुलिस कर्मियों का चालान काट कर सरकारी कोष में जमा करवाएं है। जिन 11 पुलिस कर्मियों का चालान काटा गया है, उनमें 8 पुलिस कर्मी बिना हेल्मेट के टूव्हीलर वाहन चालते हुए पाए गए तथा 3 पुलिस कर्मी बिना सीट बेल्ट लगाकर वाहन से सफर करते हुए पाए गए है।
पहले स्वयं सुधारेंगे, फिर दूसरों को सुधारेंगे
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अक्सर यह बात सामने आती है कि पुलिस कर्मी खुद रूल का पालन नही करते और न ही उन पर कोई कार्रवाई की जाती है। यही वजह है कि भोपाल में ऐसे 11 पुलिस कर्मियों का चालान संबंधित पुलिस अधिकारियों ने काटे है जो कि बिना हेल्मेट पहने दो पहिया वाहन चलाते हुए पाए गए, तो जांच के दौरान यह भी पाया गया कि 3 पुलिस कर्मी चार पहिया वाहन से सफर कर रहे थें, लेकिन उन्होने सीट बेल्ट नही लगाए हुए थें। यह कार्रवाई पहले स्वयं सुधारेंगे, फिर दूसरों को सुधारेंगे नामक पहल के तहत की गई। इस अभियान का उद्देश्य सड़क सुरक्षा मानदंडों के पालन के बारे में लोगों में जागरूकता फैलाना और उदाहरण प्रस्तुत करना है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान, यात्रा के दौरान नियमित रूप से हेलमेट और सीटबेल्ट पहनने के निर्देश दिए गए हैं। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
कोर्ट के निर्देश पर अभियान
दरअसल 31 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट रोड सेफ्टी कमेटी की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक के बाद जांच कार्रवाई शुरू हुई। बैठक के बाद पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने जिले के सभी पुलिस इकाइयों में ट्रैफिक नियमों के पालन को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए थे। भोपाल जिले की विभिन्न पुलिस इकाइयों में तैनात सभी अधिकारियों और कर्मियों को दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनना और चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट बांधना अनिवार्य किया गया था।