Illegal parking in Rewa can cause accidents: रीवा जिले में प्रशासनिक आदेशों की धज्जियां उड़ रही हैं। जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल द्वारा हाइवे पर अवैध पार्किंग हटाने के सख्त निर्देशों के बावजूद रीवा शहर के रतहरा बाईपास पर स्थिति जस की तस बनी हुई है। ईंटों से लदे ट्रकों की लंबी कतार अवैध रूप से खड़ी होने के कारण न केवल यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि हादसों का खतरा भी बढ़ गया है।
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कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कुछ दिन पहले यातायात पुलिस, पुलिस विभाग और टोल कंपनी को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि टोल सड़कों पर अवैध रूप से खड़े वाहनों को क्रेन की मदद से तत्काल हटाया जाए। इन निर्देशों का उद्देश्य सड़कों पर सुगम यातायात और सुरक्षा सुनिश्चित करना था। लेकिन जमीनी स्तर पर इन आदेशों का कोई असर नहीं दिख रहा।
रतहरा बाईपास पर भारी वाहनों की अवैध पार्किंग ने स्थानीय लोगों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क किनारे खड़े ट्रकों के कारण आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। रात के समय स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है, क्योंकि इन वाहनों की वजह से सड़क संकरी हो जाती है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। एक स्थानीय निवासी रमेश सिंह ने बताया, “रोजाना यहां ट्रकों की कतार लगी रहती है। कई बार तो जाम की स्थिति बन जाती है। प्रशासन और टोल कंपनी को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।”कलेक्टर के आदेशों की खुलेआम अनदेखी से प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
नागरिकों का कहना है कि टोल कंपनी और पुलिस विभाग की उदासीनता के कारण यह समस्या बरकरार है। लोगों ने मांग की है कि अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई की जाए और टोल कंपनी को अपने दायित्वों का पालन करने के लिए जवाबदेह बनाया जाए। नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि रतहरा बाईपास सहित अन्य हाइवे क्षेत्रों में अवैध पार्किंग पर तत्काल रोक लगाई जाए, ताकि यातायात व्यवस्था सुधरे और दुर्घटनाओं को रोका जा सके। यह स्थिति न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि रीवा शहर की यातायात व्यवस्था और नागरिकों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।