तेजी से बढ़ते मोबाइल गेम्स के क्रेज़ ने युवाओं और बच्चों में नई चिंता पैदा कर दी है। घंटों गेम खेलने से पढ़ाई और काम पर ध्यान नहीं रहता, नींद पूरी नहीं होती और मानसिक तनाव बढ़ता है। कई हिंसक गेम्स बच्चों के स्वभाव में गुस्सा और आक्रामकता ला रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समय रहते मोबाइल गेमिंग को नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह लत करियर, सेहत और रिश्तों को बर्बाद कर सकती है।
इन गेम्स से बढ़ रहा है खतरा
- PUBG Mobile
- Free Fire
- Call of Duty: Mobile
- BGMI (Battlegrounds Mobile India)
- Clash of Clans
गेम्स से बच्चों के दिमाग पर पड़ रहा है बुरा प्रभाव
Games are having a bad effect on the minds of children: आज के समय में मोबाइल गेम्स सिर्फ टाइमपास नहीं, बल्कि एक खतरनाक लत बनते जा रहे हैं। खासकर युवाओं और बच्चों में यह तेजी से बढ़ रही है। इन गेम्स को लंबे समय तक खेलने से आंखों की रोशनी कमजोर होना, सिरदर्द, नींद की कमी, और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।इन-गेम खरीदारी पर हजारों रुपये खर्च हो जाते हैं, जिससे आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। हिंसक गेम्स से गुस्सा और आक्रामकता बढ़ती है, जबकि ज्यादा गेमिंग से पढ़ाई, नौकरी और पारिवारिक रिश्तों पर नकारात्मक असर पड़ता है।