मध्यप्रदेश के सीनियर नेता दिल्ली में जमे है. इधर शिवराज श्योपुर जा रहे हैं. लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने भी संकेत दिए हैं कि इस बार शिवराज के अलावा भी किसी नए चेहरे को CM की कुर्सी के लिए विकल्प बनाया जाए.
Who will become the CM of Madhya Pradesh: भाजपा पार्टी की के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद इन अटकलों को बल मिला है. पार्टी ने संकेत दिए हैं कि मध्यप्रदेश में CM पद के लिए शिवराज सिंह चौहान के साथ पार्टी नए चेहरे के विकल्प पर भी जा सकती है. फिलहाल नाम फ़ाइनल करने के लिए नतीजे आने के चौथे दिन भी मंथन चल रहा है.
सांसद भवन परिसर में भाजपा की संसदीय दल की बैठक में PM मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, और राजस्थान की जीत संगठन की शक्ति और टीम वर्क का नतीजा है. उन्होंने कांग्रेस और INDIA गठबंधन द्वारा चलाए गए जातिगत जनगणना के कार्ड पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में सिर्फ चार जातियां हैं- नारी, युवा, किसान, और गरीब। इन चारों जातियों के लिए काम करना जरुरी है.
शिव नहीं तो कौन करेगा राज?
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों की सूची में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजवर्गीय,ज्योतिरादित्य सिंधिया, और मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम की चर्चा है. मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए भाजपा के कई बड़े नेता दिल्ली में जमें हुए हैं. इन सबके बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 7 दिसंबर को श्योपुर दौरे पर रहेंगे। 6 दिसंबर को उन्होंने छिंदवाड़ा का दौरा किया था.
क्यों टॉप पर हैं शिवराज
शिवराज भले ही CM की रेस में खुद को शामिल न करते हों, लेकिन वे सबसे मजबूत दावेदार हैं. सबसे बड़ी बात ये भी है कि वे 17 साल से मुख्यमंत्री हैं, साथ ही विधायकों से उनके तालमेल भी अच्छे हैं. चुनाव में मिली जीत में लाड़ली बहना को गेमचेंजर माना जा रहा है. ये शिवराज सरकार की ड्रीम योजना है. OBC का बड़ा चेहरा भी अभी वही हैं. उनके बाद ओबीसी चेहरे में दूसरा बड़ा नाम प्रहलाद पटेल का भी शामिल है. शिवराज अभी तक संघ की पसंद माने जा रहे हैं. सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर पांच महीने बाद होने वाले लोकसभा चुनाव हैं. लेकिन पार्टी भविष्य की रणनीति को देखते हुए नए नेतृत्व को तैयार करने में जुटी हुई है.
शिवराज CM नहीं तो क्या बनेंगे?
अगर बात की जाए मुख्यमंत्री पद की तो शिवराज का नाम अभी भी सबसे आगे है. लेकिन पार्टी द्वारा यदि किसी नए चेहरे को मौका दिया जाता है तो सवाल ये भी उठता है कि फिर शिवराज क्या करेंगे? इसके लिए अभी से अटकलें शुरू हो गई हैं कि यदि उन्हें CM नहीं बनाया जाता है तो पार्टी द्वारा कोई बड़ी जिम्मेदारी जरूर दी जाएगी। ये भी चर्चा हो रही है कि उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है या फिर 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में उन्हें केंद्रीय मंत्री भी बनाया जा सकता है.