डॉग बाइट। इन दिनों डॉग बाइट की घटनाएं लगातार सामने आ रही है। कुत्ते के काटने से रेबीज का खतरा बढ़ जाता है और जानलेवा साबित हो जाता है। बढ़ती डॉग बाइट की घटनाओं को लेकर देश की शीर्ष अदालत ने सख्त आदेश जारी किया है। जिससे रेबीज की घटनाओं पर कंट्रोल किया जा सकें। अगर कोई भी डॉग बाइट का शिकार होता है तो वह घबराएं नही बल्कि घरेलू उपाए करके संक्रमण को कंम कर सकते है और फिर डॉक्टर से सलाह लें। कुत्ता चाहे पालतू हो या फिर सड़कों पर घूमने वाला हो, सभी में रैबिज का खतरा रहता है। जानकार बताते है कि कुत्ते के लार से रैबिज का खतरा बढ़ता है। ऐसे में हम यह जानने का प्रयास करेगे कि कुत्ता के काटने पर तत्काल क्या करना चाहिए या क्या नही करना चाहिए।
सबसे पहले करे ये काम
अगर कुत्ते ने काट लिया तो घबराएं नहीं। सबसे पहले घाव की गहराई और खून बहने की स्थिति जांचें। अगर घाव गहरा है और खून ज्यादा बह रहा है तो तुरंत दबाव डालकर उसे नियंत्रित करें। डॉग बाइट में सबसे जरूरी है घाव को तुरंत धोना। घाव को कम से कम 15 मिनट तक बहते पानी और साबुन से साफ करें। इसे रगड़ें नहीं, बल्कि हल्के हाथों से धोएं ताकि कुत्ते की लार और गंदगी बाहर निकल जाए। धोने के बाद साफ कपड़े या पट्टी से हल्का दबाव डालकर खून रोकें। इसके बाद घाव को स्टरलाइज पट्टी या साफ कपड़े से ढकें ताकि इन्फेक्शन का खतरा कम हो।
डॉक्टर से संपर्क करें
भले ही घाव छोटा लगे, लेकिन कुत्ते के काटने के बाद डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। डॉक्टर रेबीज और टिटनेस इंजेक्शन की जरूरत का फैसला करेंगे। रेबीज वायरस कुत्ते की लार से फैलता है और यह जानलेवा होता है। इसमें देर करना खतरनाक है। गहरे घावों में टिटनेस का भी खतरा रहता है, इसलिए इंजेक्शन जरूर लगवाएं।
कुत्ते पर रखे नजर
अगर कुत्ता पालतू है तो 10-15 दिन तक उसके व्यवहार पर नजर रखें। पानी से डरना, आक्रामक होना या अचानक मर जाना रेबीज के लक्षण हो सकते हैं। बच्चों को समझाएं कि घाव को न चाटें और उस पर कोई घरेलू नुस्खा न लगाएं। अगर कुत्ता आवारा है तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
इन बातों पर करे गौर
रेबीज एक जानलेवा वायरल बीमारी है जो कुत्ते की लार के जरिए फैलती है। अगर कुत्ते के रेबीज से इन्फेक्शन होने का शक है, तो डॉक्टर तुरंत रेबीज के इंजेक्शन शुरू करेंगे। इसमें देरी जानलेवा हो सकती है। गहरे घावों में टिटनेस के बैक्टीरिया के फैलने का खतरा रहता है। डॉक्टर से टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने की सलाह लें। घाव को न चाटें-बच्चों को समझाएं कि घाव को बिल्कुल न चाटें और न ही उसे छुएं। घाव पर हल्दी, मिट्टी, या कोई भी अन्य चीज न लगाएं। इससे इन्फेक्शन बढ़ सकता है। सूचना स्थानीय प्रशासन को दें, ताकि दूसरे लोगों को उससे खतरा न हो। याद रखें, डॉग बाइट के बाद सही और समय पर यह पहला उपचार ही रेबीज से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।