Poster Controversy: कानपुर के रावतपुर में बारावफात जुलूस के दौरान ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद शुरू हुआ। इसका असर मध्य प्रदेश में दिखा, जहां हिंदूवादी संगठनों ने जवाब में ‘आई लव महाकाल’ (i love mahadev poster) के पोस्टर प्रदर्शित किए।
Poster Politics: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बारावफात जुलूस के दौरान शुरू हुआ ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद अब मध्य प्रदेश के कई शहरों तक पहुंच गया है। राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन सहित अन्य शहरों में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर और स्टीकर दिखने लगे हैं। इसके जवाब में हिंदू संगठनों ने ‘आई लव महाकाल’ पोस्टर अभियान शुरू कर दिया है, जिससे शहर की शांत आबोहवा में तनाव की आहट सुनाई देने लगी है।
कानपुर से शुरू हुआ विवाद
कानपुर में बारावफात जुलूस के दौरान ‘आई लव मोहम्मद’ बैनर को लेकर उपजा विवाद अब भोपाल तक पहुंचा है। भोपाल में कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने वाहनों पर ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे स्टीकर लगाए। इसके जवाब में भोपाल के शीतलदास की बगिया मंदिर से ‘आई लव महाकाल’ पोस्टर अभियान की शुरुआत हुई है।
जुमे की नमाज के बाद स्टीकर अभियान
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ताजुल मस्जिद परिसर में कुछ युवा कारों, बाइकों और ई-रिक्शा पर ‘आई लव मोहम्मद’ स्टीकर लगाते दिखे। स्टीकर लगाने वालों का कहना है कि यह पैगंबर मोहम्मद के प्रति उनके प्रेम और सम्मान को व्यक्त करने का शांतिपूर्ण तरीका है। उन्होंने तर्क दिया कि जैसे लोग ‘आई लव इंडिया’ या ‘आई लव भोपाल’ लिखते हैं, वैसे ही यह उनकी आस्था का प्रतीक है।
‘आई लव महाकाल’ अभियान का जवाब
इसके जवाब में जागृत हिंदू मंच के संरक्षक डॉ. दुर्गेश केसवानी ने कहा कि सनातन धर्म विश्व का सबसे प्राचीन धर्म है और ‘महाकाल’ को राजाओं का राजा और कालों का काल माना जाता है। उन्होंने कहा, “अपने आराध्य के प्रति प्रेम जताना हमारा अधिकार है और इस पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।” उन्होंने बताया कि भोपाल के शीतलदास की बगिया मंदिर से ‘आई लव महाकाल’ अभियान शुरू किया गया है, और जल्द ही पूरे शहर में ऐसे बैनर और पोस्टर लगाए जाएंगे।
शांति बनाए रखने की अपील
दोनों समुदायों के इस पोस्टर अभियान ने शहर में तनाव की स्थिति पैदा कर दी है। प्रशासन और सामाजिक संगठनों से अपील की जा रही है कि वे शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए कदम उठाएं।