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कंजक्टिवाइटिस (आंखों की मौसमी बीमारी होने पर) : सावधानियां, खानपान और देखभाल के जरूरी उपाय

गर्मी और बारिश के मौसम में आंखों से जुड़ी समस्याएं खासकर कंजक्टिवाइटिस -(Conjunctivitis) आम हो जाती हैं। इसे आंख आना, आई फ्लू या पिंक आई भी कहा जाता है। यह एक संक्रामक रोग है, जो बैक्टीरिया, वायरस या एलर्जी के कारण होता है। समय रहते सही देखभाल, साफ-सफाई और खानपान से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

प्रीकॉशन यानी सावधानियां
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचें – उनकी आंखों के संपर्क में आए रुमाल, तौलिया, तकिया या कॉस्मेटिक्स का उपयोग न करें।
आंखों को बार-बार न छुएं – हाथ गंदे हों तो आंखों में हाथ लगाने से संक्रमण बढ़ सकता है।
साफ हाथ रखें – बार-बार हाथ धोएं, खासकर बाहर से आने के बाद।
आंखों के ड्रॉप्स डॉक्टर की सलाह से ही डालें – खुद से कोई भी दवा या घरेलू नुस्खा न आज़माएं।
धूप का चश्मा पहनें – बाहर निकलते समय चश्मा पहनने से धूल और संक्रमण से आंखों की सुरक्षा होती है।

खान-पान में रखें ध्यान
विटामिन A से भरपूर खाद्य पदार्थ लें – जैसे गाजर, पपीता, आम, पालक और शकरकंद।
हाइड्रेटेड रहें – पर्याप्त मात्रा में पानी और नारियल पानी पिएं।
प्रतिरक्षा बढ़ाने वाले फूड्स खाएं – जैसे तुलसी, आंवला, हल्दी वाला दूध, नींबू और मौसमी फल।
तले-भुने और प्रोसेस्ड फूड्स से बचें – ये संक्रमण को बढ़ावा दे सकते हैं।

साफ-सफाई और देखभाल के ज़रूरी टिप्स
आंखों को दिन में 2-3 बार ठंडे पानी से धोएं – पानी साफ और उबालकर ठंडा किया हुआ होना चाहिए ।

साफ रूमाल या टिशू से ही आंख पोंछें – हर बार नया या धुला हुआ कपड़ा इस्तेमाल करें।

तकिए का कवर रोज़ बदलें – संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए व्यक्ति विशेष का तकिया ग्लाफ प्रतिदिन चेंज करें।

आंखों में जलन या सूजन है तो फौरन डॉक्टर से सलाह लें –
घर के अन्य लोगों को भी जागरूक करें – ताकि रोग फैलने से रोका जा सके।

कब डॉक्टर को दिखाना चाहिए ?

विशेष – कंजक्टिवाइटिस एक आम लेकिन संक्रामक बीमारी है। थोड़ी सी सावधानी, सही खान-पान और स्वच्छता अपनाकर इससे बचाव किया जा सकता है। आंखों की देखभाल उतनी ही ज़रूरी है जितनी शरीर की। इसलिए लापरवाही न करें और जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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