HMPV Virus: एचएमपीवी वायरस धीरे-धीरे दुनिया भर में अपने पैर पसार रहा है। यह वायरस मूल रूप से बच्चों और बुजुर्गों को अपना निशाना बना रहा है कहने का तात्पर्य यह है कि यह वाइरस कम इम्यूनिटी वाले लोगों को ही अपना शिकार बना रहा है । ऐसे में छोटे बच्चों की माताओं में इस वाइरस को लेकर चिंताजनक स्थिति बनी हुई है क्योंकि छोटे बच्चों की इम्युनिटी काफी कमजोर होती है और वह जल्द ही बीमारी की चपेट में आ जाते हैं । वहीं डॉक्टर ने भी HMPV वायरस को बच्चों के लिए खतरनाक बताया है क्योंकि बच्चों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है जितना ज्यादा छोटा बच्चा होता है वायरस का अटैक उतना ही ज्यादा खतरनाक होता है।
जानकारों की मानें तो HMPV वायरस से न्यूबॉर्न बच्चों को सांस से जुड़ी समस्याएं होती है। वही यह समस्या काफी लंबे समय तक चले तो बच्चों को निमोनिया भी हो सकता है। वहीं प्रिमैच्योर डिलीवरी से पैदा हुए बच्चों में यदि HMPV इंफेक्शन हो जाए तो बच्चों को जिंदगी भर फेफड़ों से जुड़ी दिक्कतें भी हो सकती हैं । हालांकि नवजात बच्चों की माताएं कुछ आसान से टिप्स अपना कर भी अपने बच्चों को इस वायरस से सुरक्षित रख सकती हैं।
HMPV वायरस से बच्चों को बचाने के 6 आसान टिप्स
- हमेशा हाइजीन का विशेष ध्यान रखें ध्यान रखें कि छोटे बच्चों को हाथ सेनीटाइज करने के बाद ही गोद में उठाएं।
- बच्चों को ठंडी हवा से बचाएं उन्हें हमेशा गर्म कपड़ों से ढक कर रखें ,साथ ही बच्चों को ज्यादा समय तक गीले कपड़ों में ना रहने दे।
- बच्चों का टीकाकरण समय-समय पर करते रहे इसमें थोड़ी भी लापरवाही ना करें।
- बच्चों को भीड़भाड़ वाली जगह से दूर रखने की कोशिश करें ज्यादा जरूरत हो तभी ही घर से बाहर निकले और कोशिश करें कि खुद भी मास्क पहने और बच्चों को भी मास्क से ढके।
- बच्चों में यदि हल्के सर्दी खांसी बुखार जैसे लक्षण दिखाई दे तो उन्हें जल्द से जल्द डॉक्टर के पास लेकर जाए जितना जल्दी HMPV के लक्षणों के बारे में पता चलता है उतनी ही आसान इसकी ट्रीटमेंट हो जाती है।
- वहीं बच्चों को पोषण युक्त आहार दें ,नवजात बच्चों की माताओं को बच्चों को ब्रेस्टफीडिंग करना अनिवार्य है क्योंकि इससे बच्चों में इम्यूनिटी डेवलप होती है और वह बाहर के रोगों से सुरक्षित रहते हैं।