आयुष्मान योजना के पात्र हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कियोस्क सेंटर या अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आप आपने मोबाइल नंबर से लॉगिन कर अपना आयुष्मान कार्ड घर बैठे बना सकते हैं.
आयुष्मान कार्ड बनाना अब और भी आसान हो गया है. आप घर बैठे खुद ही कार्ड बना सकते हैं. आयुष्मान योजना के पात्र हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कियोस्क सेंटर या अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। पोर्टल या राशन कार्ड से संबद्ध मोबाइल नंबर से लॉगिन कर आप अपना आयुष्मान कार्ड घर बैठे बना सकेंगे। केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए बनाए गए पोर्टल को अपग्रेड कर दिया है. इसके लिए पात्रों को पहले अपने मोबाईल नंबर से वेबसाइट को खोलना होगा। आगे पात्र होने पर दिए गए विकल्प अनुसार अपना आयुष्मान कार्ड या परिवार के नए सदस्यों का नाम जोड़ सकते हैं.
बता दें कि BPL परिवार के 5 लाख रुपए तक का इलाज की योजना एक ही सर्वर से ऑपरेट होती है. इस वजह से हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड घर बैठे बन सकेंगे। नर्मदापुरम जिले में आयुष्मान पात्रों की संख्या 9.79 लाख है. इसमें 7 लाख 71 हजार 503 पात्रों के कार्ड बन चुके हैं. अभी 2.67 लाख पात्रों ने अब तक अपने कार्ड नहीं बनवाए हैं.
कैसे बनाएं आयुष्मान कार्ड?
How to make Ayushman card: सबसे पहले आप आयुष्मान एप डाउनलोड करिए। इसके बाद लॉगिन में बेनीफिशियरी सिलेक्ट कर क्लिक करना होगा। ओटीपी आने पर वेरिफाई करना होगा. फिर सर्च का ऑप्शन आएगा। इसके बाद समग्र आईडी डालकर सर्च करना है. यदि पात्रता होगी तो डिटेल्स खुल जाएंगी, नहीं तो दायरे से बाहर बताएगा। इसमें जिसका कार्ड बनना है उसका आधार आइडेंटिफाई होना चाहिए तभी कार्ड बना पाएंगे। KYC का ऑप्शन आधार-समग्र सहित जानकारी डालना होगा। इसके बाद 90% से ज्यादा डेटा मैच होने पर 24 घंटे में आयुष्मान कार्ड बन जाएगा।
आयुष्मान योजना के तहत मिलने वाले लाभ
Benefits available under Ayushman Yojana: प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख रुपए तक के नि:शुल्क उपचार का लाभ.
योजना से संबद्ध देशभर के किसी भी चिन्हित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा।
भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जांच, भर्ती के दौरान उपचार व भोजन और डिस्चार्ज होने के 10 दिन बाद तक का चेकअप व दवाएं नि:शुल्क उपलब्ध।
योजना के तहत अस्पताल में भर्ती की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, ह्रदय रोग, डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, नि: संतानता, मोतियाबिंद और अन्य चिन्हित गंभीर बीमारियों का नि:शुल्क उपचार इस योजना के तहत किया जाता है. मुख्यमंत्री कोविड-19 उपचार योजना के तहत भी पात्र लाभार्थियों का नि:शुल्क उपचार किया जाता है.