How to Invest in Mutual funds! SIP और Lump Sum में से कहाँ बनेगा ज्यादा पैसा?

What is Systematic Investment Plan (SIP) –
SIP Vs Lump Sum Investment: SIP और Lump Sum, दोनों Mutual funds में ही Invest करने के तरीके हैं. SIP में स्थिरता रहती है और जोखिम नियंत्रित रहता है. Lump Sum की बात करें तो यह तेज रिटर्न और मौके का लाभ देता है.

Difference between SIP and Lump Sum Invesment

जब भी नए शिरे से निवेश की बात आती है तो कहाँ और कैसे निवेश करें यह सवाल सबसे पहले खडा़ होता है ऐसे में आज हम आपको बतायेंगे की आखिर आप निवेश की शुरुआत कैसे कर सकते हैं और कहाँ कर सकते हैं. दरअसल आप सीधे तौर पर निवेश ना करते हुए एक फंड मैनेजर चुन कर उसके माध्यम से निवेश कर सकते हैं. ऐसे में आपके सामने दो विकल्प आते हैं पहला की आप थोड़ा थोड़ा अमाउंट हर महीने जमा करके कर सकते हैं और दूसरा विकल्प यह है कि आप एकमुश्त पैसा लगाकर भी पैसे का निवेश कर सकते हैं.

SIP Vs Lump Sum क्या है बेहतर विकल्प

SIP और Lump Sum में कौन सा बेहतर विकल्प है यह बाजार की उस समय की स्थिति पर निर्भर करता है. मसलन जब आप निवेश कर रहे हों उस समय मार्केट अपने निम्नतम स्तरों पर है तो, आप उस स्थिति में एकमुश्त पैसा भी बाजार में निवेश के लिए डाल सकते हैं, अगर आगे बाजार बढ़ने की उम्मीद है और अगर बाजार उतार चढ़ाव के दौर से गुजर रहा है तो सबसे बढ़िया विकल्प एसआईपी का है जी हां जिसमे हर एक निश्चित समय में आपका पैसा लगता रहेगा और बाजार की स्थिति के अनुरूप पैसा बढ़ता रहेगा.

Benefits of SIP

Tata Asset Management की Product Head Shaily Gang का कहना है, कि SIP का सबसे बड़ा लाभ यह है की बाजार के उतार चढ़ाव में इसके ऊपर बहुत असर नहीं पड़ता क्योंकि जब बाजार गिरावट से गुजर रहा होता है तो इसकी वैल्यू घट जाती है लेकिन उसी दौरान हमारी नई रकम जुड़ जाती है जो हम SIP के माध्यम से डाल रहे होते हैं. ऐसे में गिरते बाजार में भी फायदेमंद होती है SIP और जब मार्केट बढ़ता है तो इसकी वैल्यू भी बढ़ती है और नई रकम भी जाकर उस भाव में खरीदारी करने योग्य हो जाती है. आपको एक बात और जाननी चाहिए कि SIP अगर लंबे समय के लिए की जाए तो ज्यादा फायदेमंद होती है. इसमें नियमित निवेश से एवरेज मिलता है घटे और बढे भाव का, कम निवेश करने का अवसर मिलने से कम कमाने वाले भी निवेश शुरू कर सकते हैं.

Benefits of Lump Sum
आपको बताएं एक साथ एकमुश्त जमा करने से ज्यादा यूनिट के शेयर लिए जा सकते हैं लेकिन याद रहे जब बाजार में गिरावट हुई हो तभी आप इसका प्रयोग करें. अगर बाजार बढे तो आपकी रकम बढ़ने की स्पीड भी उसी क्रम में होगी. आपको बार बार जमा करने की जरूरत नहीं रहेगी.

क्या चुनें

अब आपने ये तो जान लिया की दोनों के अपने अलग फायदे हैं. अब विचार आपको करना है की आप कहाँ निवेश करना चाहते हैं और आप किस स्थिति में हैं और बाजार की भी स्थिति देखकर निवेश करना चाहिए. मसलन आपके पास पैसे एकमुश्त हैं और आप उन्हें बाजार में लगाना चाहते हैं तो आप बाजार की स्थिति का अध्ययन करके मतलब यदि बाजार में कुछ समय से गिरावट हुई हो तो आप इन पैसों को Lump sum invest कर सकते हैं और अगर आपके पास एकमुश्त पैसा नहीं है या है और बाजार बढ़ने की दिशा में लगातार हैं तब आप SIP के माध्यम से निवेश करें.

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