स्ट्रीट डॉग में रेबीज़ की पहचान और सेफ्टी कैसे करें ?How to Identify Rabies in Street Dogs and Stay Safe

How to Identify Rabies in Street Dogs and Stay Safe – शहरों, कस्बों और गांवों में आवारा कुत्तों (स्ट्रीट डॉग्स) की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बनती जा रही है, खासकर तब जब इन जानवरों में रेबीज़ (Rabies) जैसी जानलेवा बीमारी की आशंका हो। रेबीज़ एक घातक वायरस है जो संक्रमित जानवर के काटने या लार के संपर्क में आने से इंसान में फैलता है। आम नागरिक, विशेषकर बच्चे, बुजुर्ग और साइकिल/बाइक चालकों को इससे सबसे अधिक खतरा रहता है। ऐसे में इस लेख का उद्देश्य है – रेबीज़ संक्रमित कुत्ते की पहचान करना और खुद को सुरक्षित रखना।

रेबीज़ की पहचान कैसे करें ?
How to Identify Rabies in Street Dogs ?

रेबीज़ के शुरुआती और उन्नत लक्षणों को समझना ज़रूरी है ।

अस्वाभाविक व्यवहार – बिना उकसाए आक्रामक या उत्तेजित होना,खुद को या दीवारों को काटना,अकारण भौंकना या गुर्राना।

अत्यधिक लार आना – “Foaming”

  • मुंह से झाग आना या लार बहते रहना
    तेज रोशनी-पानी या हवा से डरना
  • जल, ध्वनि या प्रकाश से बचने की कोशिश
    चलने में असमर्थता-असंतुलन
  • लड़खड़ाना या जमीन पर गिर पड़ना
    लगातार खाने-पीने छोड़ना
  • भोजन-पानी से घृणा, विशेष रूप से पानी से डर
    आंखों में लालिमा और अजीब-असामान्य हरकतें
  • आंखें में डरावना पन और पलकों को बार-बार झपकना

खुद को और दूसरों को कैसे रखें सुरक्षित ?
Safety Measures to Protect Yourself from Rabid Dogs

सामान्य सावधानियां

  • स्ट्रीट डॉग्स से एक सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
  • बच्चों को सिखाएं कि वे कुत्तों के पास न जाएं, न ही उन्हें छुएं।
  • रात के समय गलियों में अकेले न निकलें, विशेष रूप से सुनसान जगहों पर जहां स्ट्रीट डॉग्स का जमावड़ा होता है।

अगर कुत्ता काट ले तो तुरंत क्या करें ?

  • तुरंत साबुन और पानी से घाव को कम से कम 10 मिनट तक धोएं।
  • नजदीकी सरकारी अस्पताल या रेबीज़ क्लिनिक में टीकाकरण करवाएं।
  • डॉक्टर की सलाह अनुसार पूरी वैक्सीन की श्रृंखला लें। समुदायिक स्तर पर पहले प्रयास
  • नगर निगम या स्थानीय संस्था को संदिग्ध कुत्ते की सूचना दें।
  • पशु चिकित्सा अधिकारियों से संपर्क कर स्ट्रीट डॉग्स के टीकाकरण की मांग करें।
  • स्थानीय स्कूलों और मोहल्लों में रेबीज़ जागरूकता अभियान चलाएं।
  • समुदायिक स्तर पर पहले प्रयास
  • नगर निगम या स्थानीय संस्था को संदिग्ध कुत्ते की सूचना दें।
  • पशु चिकित्सा अधिकारियों से संपर्क कर स्ट्रीट डॉग्स के टीकाकरण की मांग करें।
  • स्थानीय स्कूलों और मोहल्लों में रेबीज़ जागरूकता अभियान चलाएं।
  • रेबीज़ से जुड़ी कुछ ज़रूरी बातें
  • Important Facts about Rabies
  • रेबीज़ का कोई इलाज नहीं है सिर्फ रोकथाम ही उपाय है।
  • इंसान में रेबीज़ का पहला लक्षण 3 से 12 सप्ताह में दिख सकता है।
  • भारत में हर साल हजारों मौतें रेबीज़ से होती हैं, जिनमें अधिकतर कुत्तों के काटने से होती हैं।
  • WHO के अनुसार, वैक्सीनेशन और जागरूकता से 2030 तक रेबीज़-मुक्त भारत संभव है।

विशेष – Conclusion
रेबीज़ केवल चिकित्सा ही नहीं, सामाजिक जिम्मेदारी का विषय भी है। जब तक हम एक नागरिक के रूप में सतर्क नहीं होंगे और स्ट्रीट डॉग्स की स्वास्थ्य निगरानी को प्राथमिकता नहीं देंगे, तब तक हम और हमारे परिवार खतरे में रहेंगे। इस लेख के माध्यम से यदि आप या आपके आसपास के लोग एक संदिग्ध कुत्ते से सतर्क रहने, सही पहचान और त्वरित इलाज के प्रति सजग हो जाएं, तो यही सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।

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