How to grow marigold flowers ? – सर्दियों में गेंदे के फूलों से सजाएं अपनी बगिया – सर्दियों का मौसम अपने साथ एक ताजगी और नई ऊर्जा लेकर आता है, अगर आप अपने बगीचे को रंग-बिरंगे फूलों से सजाना चाहते हैं, तो गेंदा (Marigold) सबसे आसान और खूबसूरत विकल्प है। गेंदा न केवल देखने में आकर्षक होता है बल्कि यह बगीचे की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ कीटों को दूर रखने में भी मदद करता है। इसकी देखभाल आसान है और यह कम समय में भरपूर फूल देता है। इस लेख में हम जानेंगे – सर्दी में गेंदे की सही बुवाई का समय,बीज बोने और पौधों की देखभाल के आसान तरीके,नमी, धूप और पानी देने के सही नियम,अफ्रीकी और देशी (Tagetes) गेंदा लगाने के टिप्स,आम समस्याएं और उनके समाधान व फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए विशेषज्ञ द्वारा प्राप्त सुझाव भी शामिल किए गए है।
बुवाई का सही समय – गेंदा सर्दियों में खूब खिलता है। अगर आप चाहते हैं कि दिसंबर के अंत से आपका बगीचा लहलहाने लगे, तो अक्टूबर के पहले सप्ताह में बीज बोना सबसे बेहतर है।
अक्टूबर – नवंबर : सर्दी की फसल के लिए आदर्श समय
दिसंबर – मार्च : फूलों का मुख्य मौसम – अगर आप बहुत देर से बोते हैं (नवंबर अंत में), तो भी पौधे खिलते हैं, लेकिन फूल कम और देर से आते हैं।
मिट्टी की तैयारी – गेंदे के लिए हल्की, भुरभुरी और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी जरूरी है
मिट्टी का मिश्रण तैयार करें – 2 भाग बगीचे की मिट्टी 1 भाग गोबर की सड़ी खाद या वर्मी कम्पोस्ट 1 भाग नदी की रेत। इस मिश्रण को धूप में 2-3 दिन सुखाएं ताकि रोगाणु और कीट न रहें,मिट्टी को गमले या क्यारियों में अच्छी तरह भरकर सतह समतल कर लें।
बीज बोने की विधि – गेंदे के बीज बोना बहुत आसान है,बीजों को मिट्टी की सतह पर समान दूरी पर बिखेरें। लगभग 1 इंच गहराई पर मिट्टी डालकर हल्के हाथ से दबाएं,तुरंत हल्की सिंचाई करें ताकि बीज अपनी जगह पर जम जाएं।
पानी देने के नियम
अंकुरण तक – मिट्टी को हल्का नम रखें। पानी बहुत ज्यादा न डालें वरना बीज सड़ सकते हैं।
अंकुरण के बाद – हर 2-3 दिन में जरूरत अनुसार पानी दें। मिट्टी सूखी न हो लेकिन गीली भी न रहे।
धूप और नमी का महत्व – गेंदे को भरपूर धूप पसंद है,रोजाना कम से कम 5-6 घंटे की धूप मिलनी चाहिए, अगर आप बालकनी या छत पर लगा रहे हैं तो उन्हें ऐसे स्थान पर रखें जहां सीधी धूप आती हो।
पौधों की रोपाई (Transplantation)
जब पौधों में 3-4 पत्तियां आ जाएं तो उन्हें अलग गमलों में या बगीचे में रोप दें,पौधों के बीच कम से कम 8-10 इंच की दूरी रखें। रोपाई के बाद हल्की सिंचाई करें।
देखभाल के टिप्स
खाद – हर 15 दिन में गोबर की खाद या लिक्विड वर्मी कम्पोस्ट दें।
सहारा – अफ्रीकी गेंदा लंबा होता है, इसलिए जरूरत पड़ने पर बांस की लकड़ी से सहारा दें।
फूल तोड़ना – मुरझाए फूल नियमित तोड़ते रहें, इससे नए फूल तेजी से आते हैं।
सामान्य समस्याएं और समाधान सहित ,समस्या का कारण – पत्तियों का पीला पड़ना अधिक पानी, पोषण की कमी पानी कम करें, खाद डालें,पौधा गिरना मिट्टी बहुत गीली जल निकासी सुधारें,कीट लगना (एफिड्स) मौसम में नमी नीम तेल का छिड़काव करें।
प्रजातियों का चुनाव
अफ्रीकी गेंदा (African Marigold) – बड़े और भरपूर फूल, लेकिन सहारे की जरूरत।
देशी गेंदा (Tagetes) – छोटे लेकिन बहुत ज्यादा फूल, आसान देखभाल।
हाइब्रिड गेंदा – दोनों का मिश्रण, रंग और आकार में विविधता।
विशेषज्ञ सुझाव – गेंदा साथी पौधों (Companion Planting) में भी लगाया जाता है, यह टमाटर, मिर्च जैसी सब्जियों से कीटों को दूर रखता है। हर साल अलग क्यारी में गेंदा लगाएँ ताकि मिट्टी में रोग न बढ़े। यदि आप जल्दी फूल चाहते हैं तो बीज की जगह नर्सरी से पौध खरीदकर भी लगा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के उत्तर
क्या गेंदा गमलों में अच्छा उगता है ?
हां – 8-10 इंच के गमले में भी गेंदा खूब खिलता है। बस गमले में जल निकासी का छेद होना चाहिए।
बीज अंकुरित क्यों नहीं होते ?
इसके बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे – बीज पुराने होना, मिट्टी बहुत गीली या बहुत सूखी होना। ताजे बीज और सही नमी का ध्यान रखें।
फूलों की संख्या कैसे बढ़ाएं ?
मुरझाए फूल नियमित तोड़ें और हर 15 दिन में तरल खाद दें।
विशेष – सर्दियों में गेंदा आपके बगीचे को सबसे आसान और सुंदर फूलों की बहार दे सकता है। अक्टूबर के पहले सप्ताह में बीज बोकर, सही धूप, नमी और खाद देकर आप दिसंबर से मार्च तक लगातार खिलते फूल पा सकते हैं। यह पौधा न केवल आपके घर का सौंदर्य बढ़ाएगा बल्कि पर्यावरण को भी खुशनुमा बनाएगा।