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कैसे छुड़ाएं बच्चों की तोतलेपन की आदत? सरल उपाय और समझदारी भरा मार्गदर्शन

Blabbering Remedies In Hindi

Blabbering Remedies In Hindi

Blabbering Remedies In Hindi: बचपन में बच्चों का तोतलापन या लिस्पिंग एक आम सी और प्राकृतिक बात है, जिसमें बच्चे कुछ अक्षरों का उच्चारण ठीक से नहीं कर पाते, जैसे “र” को “ल” बोलना या “स” को “थ” कहना। कई बार यह समस्या अपने आप उम्र के साथ दूर हो जाती है, लेकिन यदि यह लंबे समय तक बनी रहे, तो बच्चे के आत्मविश्वास और सामाजिक जीवन पर प्रभाव डाल सकती है।

माता-पिता की जागरूकता और सही मार्गदर्शन से यह आदत समय पर छुड़ाई जा सकती है। इस लेख में कुछ ऐसी ही बातों को विचाराधीन किया गया है। आइए जानते हैं इसके कारण, पहचान और प्रभावी घरेलू उपाय जो बच्चों के लिए मददगार साबित हो सकते हैं।

तोतलेपन के मुख्य कारण

तोतलेपन को पहचानने के संकेत

बच्चों की तोतलेपन की आदत छुड़ाने के आसान उपाय

घर में सकारात्मक माहौल बनाएं
बच्चा कुछ अटक कर बोले या दोहराकर बोले तो उसे आराम से बोलने को कहें , ताकि बच्चे को बोलने में संकोच न हो लेकिन इसके लिए प्यार से प्रेरित करें। कभी भी बच्चे की बोली का मजाक न उड़ाएं।

धीरे-धीरे बोलने की आदत डालें
बच्चा जो बोले उसे ध्यान से सुनें और दोहराने के लिए प्रोत्साहित करें,स्पष्ट, धीरे और सधे हुए शब्दों में बात करें।

बोलने से जुड़ी गतिविधियां कराएं
बच्चों के लिए फुटकार्ड गेम्स, कहानी सुनाना, शब्दों का अभ्यास, अक्षर पहचान जैसे खेल कराएं। आईने के सामने बोलने की प्रैक्टिस करवाएं, ताकि वह अपनी जीभ और होठों की गति देख सके।

यदि ज़रूरत हो तो स्पीच थैरेपी भी ले सकते हैं

जीभ और मुंह की एक्सरसाइज
जीभ को घुमाना, ताली बजाते हुए बोलना, गाना गाना जैसी मजेदार गतिविधियों से लाभ होता है।

ध्वनि आधारित अभ्यास

भूल कर न करें ये काम

विशेष :- तोतलापन एक साधारण और सुधार योग्य अवस्था है। धैर्य, प्रोत्साहन और नियमित अभ्यास से बच्चा स्पष्ट और आत्मविश्वास से बोलना सीख सकता है। यदि समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें। याद रखें, आपके सकारात्मक व्यवहार और सहयोग से बच्चे की वाणी में सुंदरता और आत्मविश्वास दोनों आ सकता है।

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