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कैसे काम करता है Harpy Drone? Pakistan के Air Defence System को खिलौने की तरह फूंक दिया

How Harpy Drone Works: भारत ने दावा किया है कि उसने अपने उन्नत Harpy Drone का उपयोग कर पाकिस्तान के चीनी मूल के (HQ-9 Air Defense System) और (Radar Systems) को पूरी तरह नष्ट कर दिया। यह कार्रवाई (Operation Sindoor) के तहत की गई, जिसके तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों को भी निशाना बनाया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि करते हुए कहा, “भारत ने Harpy Drone और अन्य रक्षा प्रणालियों का उपयोग कर पाकिस्तान के हमलावर इरादों को नाकाम किया। हमारी कार्रवाई Anti-Terrorism और National Security के लिए थी।”

हार्पी ड्रोन क्या है?

What Is Harpy Drone: Harpy Drone एक Loitering Munition या “कामिकेज़ ड्रोन” है, जिसे इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) ने विकसित किया है। यह ड्रोन विशेष रूप से (Suppression of Enemy Air Defenses – SEAD) के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो दुश्मन के रडार और वायु रक्षा प्रणालियों को नष्ट करने में माहिर है। यह ड्रोन खुद ही एक हथियार है, क्योंकि इसमें अलग से कोई विस्फोटक वारहेड नहीं होता; पूरा ड्रोन ही टकराने पर विस्फोट करता है। इसका छोटा आकार और (Low Radar Cross Section) इसे रडार से बचने में सक्षम बनाता है, जिससे यह (Stealth Operations) के लिए आदर्श है।

हार्पी ड्रोन कैसे काम करता है?

Harpy Drone को ट्रक या जहाज से लॉन्च किए जाने वाले कनस्तर से छोड़ा जाता है। यह Fire-and-Forget सिस्टम के तहत काम करता है, यानी इसे एक बार लॉन्च करने के बाद यह स्वचालित रूप से Radio Emissions का पीछा करता है। यह ड्रोन Electro-Optical Sensor और Infrared Camera से लैस होता है, जो दिन-रात और हर मौसम में काम करता है। यह लक्ष्य क्षेत्र में घंटों तक Loiter कर सकता है, दुश्मन के रडार या Air Defense Systems को खोजता है। अगर लक्ष्य मिलता है, तो यह तेज गति से Terminal Dive करके टकराता है और 23 किलोग्राम का High Explosive Warhead विस्फोट करता है। अगर लक्ष्य नहीं मिलता, तो यह Man-in-the-Loop मोड में ऑपरेटर के नियंत्रण में रहता है या वापस बेस पर लौट सकता है। इसकी उड़ान अवधि 6 घंटे और रेंज 1000 किलोमीटर तक होती है।

भारत के पास कितने हार्पी ड्रोन हैं?

How many Harpy drones does India have: भारत ने Harpy Drone) और इसके उन्नत संस्करण Harop Drone को कई खेपों में खरीदा है। 2009 में भारत ने 10 Harop Drones खरीदे, और 2019 में भारतीय वायुसेना ने 54 और Harop Drones के लिए सौदा किया, जिन्हें (P-4) नाम दिया गया। कुल मिलाकर, भारत के पास लगभग 110-120 Harop Drones और कुछ पुराने Harpy Drones होने का अनुमान है। इनकी सटीक संख्या गोपनीय है, लेकिन ये भारतीय सेना की (Unmanned Warfare) रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

भारत को हार्पी ड्रोन किसने दिए?

Who gave Harpy drones to India: Harpy Drone और Harop Drone दोनों इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) द्वारा भारत को आपूर्ति किए गए हैं। भारत और इजरायल के बीच रक्षा सहयोग 1990 के दशक से मजबूत रहा है, और 1995 में भारत ने पहली बार Harpy Drones के लिए 50 मिलियन डॉलर का सौदा किया। इसके बाद 2009 में 100 मिलियन डॉलर में 10 Harop Drones और 2019 में और अधिक ड्रोन खरीदे गए। इजरायल भारत का प्रमुख Drone Supplier है, जो Heron और Searcher जैसे अन्य ड्रोन भी आपूर्ति करता है।

हार्पी ड्रोन की कीमत

(Harpy Drone Price) और (Harop Drone Price) की कीमत सौदे और कॉन्फिगरेशन पर निर्भर करती है। 2009 के सौदे में एक (Harop Drone) की कीमत लगभग 10 मिलियन डॉलर (लगभग 83 करोड़ रुपये, 2025 की विनिमय दर के हिसाब से) थी। पुराने (Harpy Drones) की कीमत 1995 में लगभग 3-5 मिलियन डॉलर प्रति यूनिट थी। हालांकि, अतिरिक्त सेंसर, लॉन्च सिस्टम, और रखरखाव लागत के कारण कुल कीमत बढ़ सकती है। (Mini-Harop) जैसे छोटे संस्करण सस्ते हैं, जिनकी कीमत 2-3 मिलियन डॉलर तक हो सकती है।

ऑपरेशन सिंदूर में हार्पी की भूमिका

विदेश मंत्री जयशंकर के अनुसार, Harpy Drones ने पाकिस्तान के HQ-9 Air Defense System और Radar Stations को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ये चीनी मूल के सिस्टम लाहौर, रावलपिंडी, और कराची जैसे शहरों में तैनात थे। Harpy Drone की Stealth Capability और Precision Strike ने इन्हें बिना किसी नुकसान के न Dimpyreaching ड्रोन ने Radar Evasion की वजह से नष्ट किया। इस कार्रवाई ने भारत की Unmanned Combat Capability को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया।

पाकिस्तान का जवाब और तनाव

पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया कि उनके (HQ-9 System) ने कुछ भारतीय ड्रोन को मार गिराया, लेकिन भारत ने इन दावों को खारिज किया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे (Act of War) करार दिया, जबकि भारत ने कहा कि उसकी कार्रवाई केवल (Terrorist Targets) के खिलाफ थी। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से (Restraint) की अपील की है।

Harpy Drone ने भारत की Defense Strategy में एक नया आयाम जोड़ा है। इसकी Stealth और Precision क्षमताओं ने पाकिस्तान के Air Defense Systems को नष्ट कर भारत की सैन्य ताकत को रेखांकित किया। इजरायल से प्राप्त ये ड्रोन भारत की Unmanned Warfare रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और इनकी कीमत भले ही अधिक हो, लेकिन इनकी प्रभावशीलता ने इसे Cost-Effective साबित किया है।

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