How Gold Prices Decided: सोने की कीमत कैसे तय होती है? आसान भाषा में समझें

How Gold Prices Are Determined Hindi News/ How Gold Price Are Set: भारत में सोने की कीमत (Gold Price In India) एक लाख रुपए के पार हो गई है. Gold Price Hike को लेकर लोग काफी परेशान हैं. लोग सरकार को सोना महंगा होने पर कोस रहे हैं. लेकिन सवाल ये है कि आखिर सोने की कीमत बढ़ती घटती कैसे है (How gold Price rises and falls/ How Gold Prices Increase Decrease) सोने की कीमत कैसे तय होती है (How the price of gold is determined) और सोने की कीमत कौन तय करता है (Who decides the price of gold) आज हम आपको इन तमाम सवालों के बारे में जवाब देने वाले हैं वो भी आसान भाषा में

सोने की कीमत कैसे बढ़ती और घटती है

सोने की कीमत तय होना एक आसान लेकिन कई चीजों पर निर्भर करने वाली प्रक्रिया है। इसे ऐसे समझें कि सोने की कीमत बाजार में डिमांड (मांग) और सप्लाई (आपूर्ति) के खेल से तय होती है, जैसे सब्जी मंडी में टमाटर का दाम। लेकिन इसमें कुछ खास बातें शामिल होती हैं। मैं इसे सरल भाषा में, सभी जरूरी फैक्ट्स के साथ, ऐसा समझाऊंगा कि कोई अनपढ़ व्यक्ति भी समझ ले।

सोने की कीमत कैसे तय होती है?
How Gold Prices Decided In Hindi:

  1. मांग और आपूर्ति (Demand and Supply):
    • अगर लोग ज्यादा सोना खरीदना चाहते हैं (जैसे शादी-ब्याह के सीजन में), तो मांग बढ़ती है और कीमत ऊपर जाती है।
    • अगर खदानों से कम सोना निकल रहा हो या बिक्री कम हो, तो आपूर्ति कम होती है, जिससे भी कीमत बढ़ती है।
    • उदाहरण: भारत में दिवाली या शादी के समय ज्वेलरी की मांग बढ़ने से सोने का दाम चढ़ जाता है।
  2. अंतरराष्ट्रीय बाजार (Global Market):
    • सोने की कीमत पूरी दुनिया में एक जैसी होती है, जो लंदन बुलियन मार्केट और न्यूयॉर्क के कॉमेक्स जैसे बड़े बाजारों में तय होती है।
    • ये बाजार हर दिन सोने का दाम डॉलर प्रति औंस (31.1 ग्राम) में बताते हैं, जिसे भारत में रुपये प्रति 10 ग्राम में बदला जाता है।
  3. डॉलर की कीमत (US Dollar):
    • सोना दुनिया में डॉलर में खरीदा-बेचा जाता है। अगर डॉलर की कीमत रुपये के मुकाबले बढ़ती है, तो भारत में सोना महंगा हो जाता है।
    • उदाहरण: अगर 1 डॉलर = 80 रुपये से बढ़कर 85 रुपये हो जाए, तो सोने का दाम भी बढ़ेगा।
  4. आर्थिक और राजनीतिक हालात:
    • जब दुनिया में अनिश्चितता होती है, जैसे युद्ध, आर्थिक मंदी, या महामारी, लोग सोने को “सुरक्षित निवेश” मानकर खरीदते हैं, जिससे कीमत बढ़ती है।
    • उदाहरण: कोविड-19 के समय सोने की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी।
  5. ब्याज दरें (Interest Rates):
    • अगर बैंक या सरकार ब्याज दरें बढ़ाती है, तो लोग सोने की जगह बैंक में पैसे रखना पसंद करते हैं, जिससे सोने की मांग और कीमत कम हो सकती है।
    • अगर ब्याज दरें कम हों, तो सोना ज्यादा आकर्षक लगता है और उसकी कीमत बढ़ती है।
  6. खनन और उत्पादन लागत:
    • सोना खदानों से निकालना महंगा है। अगर खनन की लागत बढ़ती है (जैसे तेल या मजदूरी महंगी हो), तो सोने की कीमत भी बढ़ती है।
    • अगर नई खदानें मिलती हैं या उत्पादन बढ़ता है, तो आपूर्ति बढ़ने से कीमत कम हो सकती है।
  7. सरकारी नीतियां और टैक्स:
    • भारत में सोने पर आयात शुल्क (Import Duty) और GST (3%) लगता है, जो कीमत को बढ़ाता है।
    • अगर सरकार टैक्स बढ़ाती है, तो सोना और महंगा हो जाता है।
  8. स्थानीय कारक:
    • भारत में सोने की कीमत शहर-शहर में थोड़ी अलग हो सकती है, क्योंकि ज्वेलर की लागत, मेकिंग चार्ज, और स्थानीय मांग अलग होती है।
    • उदाहरण: मुंबई में सोना दिल्ली से थोड़ा सस्ता हो सकता है, क्योंकि वहां आयात ज्यादा होता है।

कीमत कैसे बदलती है?

  • हर दिन सुबह लंदन और न्यूयॉर्क के बाजार सोने की कीमत तय करते हैं, जिसे स्पॉट प्राइस कहते हैं।
  • भारत में इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) इस कीमत को रुपये में बदलकर स्थानीय बाजारों को बताता है।
  • फिर ज्वेलर इस कीमत में मेकिंग चार्ज, टैक्स, और अपनी लागत जोड़कर ग्राहकों को बेचते हैं।

उदाहरण से समझें:

मान लें लंदन में सोने की कीमत 2,000 डॉलर प्रति औंस है।

  • अगर 1 डॉलर = 85 रुपये, तो 1 औंस = 2,000 × 85 = 1,70,000 रुपये।
  • 1 औंस = 31.1 ग्राम, तो 1 ग्राम = 1,70,000 ÷ 31.1 ≈ 5,466 रुपये।
  • इसमें 3% GST और आयात शुल्क जोड़ें, तो कीमत और बढ़ेगी।
  • ज्वेलर मेकिंग चार्ज (10-20%) जोड़कर बेचता है, तो 10 ग्राम सोने की कीमत 60,000-70,000 रुपये हो सकती है।

खास बातें:

  • सोने की कीमत हर दिन बदलती है, क्योंकि मांग, डॉलर का मूल्य, और वैश्विक घटनाएं रोज बदलती हैं।
  • भारत में सोना ज्वेलरी, निवेश (सिक्के/बार), और बैंक डिपॉजिट के रूप में खरीदा जाता है, जो मांग को बढ़ाता है।
  • दुनिया में सोने की कुल मात्रा सीमित है, इसलिए इसकी कीमत लंबे समय में आमतौर पर बढ़ती है।

वर्तमान में सोने की कीमत क्यों बढ़ रही है

Why Gold Price Increasing:

वैश्विक अनिश्चितता और व्यापार युद्ध:

  • अमेरिका ने चीन पर भारी आयात शुल्क लगाए, जिससे वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा। लोग डरकर सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में खरीद रहे हैं।
  • शेयर बाजार अस्थिर होने से निवेशक सोने की ओर भाग रहे हैं।

केंद्रीय बैंकों की खरीदारी:

  • चीन, भारत, रूस जैसे देशों के बैंक सोना खरीद रहे हैं, ताकि अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करें।
  • 2024 में 1,000 टन से ज्यादा सोना खरीदा गया, और 2025 में भी यह जारी है।

महंगाई (Inflation):

  • दुनिया भर में महंगाई बढ़ने से पैसों की कीमत घट रही है। सोना महंगाई से बचाने का अच्छा तरीका है।
  • अमेरिका का सरकारी कर्ज 36 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा होने से महंगाई की चिंता बढ़ी है।

कम ब्याज दरें:

  • अमेरिका ने 2024 में ब्याज दरें कम कीं, जिससे सोना निवेश के लिए आकर्षक हो गया।
  • बैंक डिपॉजिट की तुलना में सोना ज्यादा फायदेमंद लग रहा है।

युद्ध और तनाव:

  • रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में इजरायल-हमास संघर्ष ने दुनिया में डर बढ़ाया। लोग सोने को सुरक्षित मान रहे हैं।
  • 2025 में ये तनाव बढ़ने से मांग और चढ़ी।

भारत में त्योहारी मांग:

  • भारत में दीवाली, धनतेरस, और शादी का सीजन होने से सोने की खरीदारी बढ़ी है।
  • भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोना खरीदार है, जिससे कीमत पर असर पड़ता है।

कम आपूर्ति:

  • सोने का खनन महंगा है, और 2025 में उत्पादन में सिर्फ 1.5% बढ़ोतरी की उम्मीद है।
  • मांग ज्यादा और सोना कम होने से कीमत बढ़ रही है।

वर्तमान कीमत का हाल:

  • दुनिया में: सोने की कीमत लगभग 3,465 डॉलर प्रति औंस (31.1 ग्राम) है, जो बहुत ऊंची है।
  • भारत में: 24 कैरेट सोने की कीमत करीब 98,350 रुपये प्रति 10 ग्राम है। टैक्स और मेकिंग चार्ज के साथ यह 1 लाख रुपये से ज्यादा हो सकती है।

आसान उदाहरण:

जैसे मंडी में सेब कम हो और लोग ज्यादा खरीदें, तो दाम बढ़ता है। वैसे ही, दुनिया में डर, महंगाई, और कम सोना होने से लोग इसे खरीद रहे हैं, और दाम चढ़ रहा है।

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