Indo-Pak tension: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. युद्ध की आधिकारिक घोषणा भले न हुई हो, लेकिन पाकिस्तान की हरकतें ‘एक्ट ऑफ वॉर’ की तरह ही हैं. वह रात के अंधेरे में सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, ‘आकाश’ और ‘सुदर्शन चक्र’ S-400 जैसे दमदार एयर डिफेंस सिस्टम पाकिस्तानी ड्रोन्स और मिसाइलों को बीच हवा में ही उड़ा दे रहे हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की आधिकारिक घोषणा भले न हुई हो, लेकिन पाकिस्तान की हरकतें ‘एक्ट ऑफ वॉर’ की तरह ही हैं. वह रात के अंधेरे में सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, ‘आकाश’ और ‘सुदर्शन चक्र’ S-400 जैसे दमदार एयर डिफेंस सिस्टम पाकिस्तानी ड्रोन्स और मिसाइलों को बीच हवा में ही उड़ा दे रहे हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने 8 मई को कहा कि पुंछ में 3 महिलाओं और 5 बच्चों सहित 16 लोगों की मौत हुई है। 59 लोग घायल हुए हैं। पाकिस्तान की ओर से भारत के कई राज्यों में ड्रोन से हमला किया गया है जिसको भारत की एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया है.
भारत की तरफ से एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कर दिया गया है जो पाकिस्तान की तरफ से आने वाली हर ड्रोन का मुंह तोड़ जवाब दे रही हैं. हम आपको बताएंगे कि मिसाइल या ड्रोन से किसी का घर तबाह हो जाए तो मुआवजा कैसे मिलता है।
कैसे मिलेगा मुआवजा?
हमले के बाद तबाह हुए घरों का मुआवजा कैसे मिलेगा इस पर सरकारी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है. हालांकि मिसाइल या ड्रोन हमले में नुकसान हुए घर के मुआवजे के लिए सरकार अपनी तरफ से योजनाएं और नीतियां बनाकर नुकसान का मुआवजा दे सकती है. इसके लिए यह प्रक्रिया भी हो सकती है कि जिसके घर को नुकसान हुआ है उनको स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर उनकी मदद की जा सकती है.
स्थानीय प्रशासन, सरकार की ओर से जारी किए गए बयान के हिसाब से क्षति का मूल्यांकन करेगी कि कितना नुकसान हुआ है और कैसे हुआ है। बाद में यदि राज्य सरकार या केंद्र सरकार की ओर से कोई ऐलान किया जाता है तो उसके हिसाब से पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा. कभी-कभी सरकार की तरफ से विशेष राहत पैकेज का ऐलान किया जाता है, जिसमें सीमावर्ती क्षेत्रों में गोलीबारी से प्रभावित लोगों को सहायता प्राप्त कराई जा सके.