सतना। एमपी के सतना जिला मुख्यालय में स्थित अनुसूचित जनजाति पोस्ट मैट्रिक छात्रावास के छात्र शनिवार की रात तकरीबन 11 बजे कलेक्टर आवास के बाहर बैठ गए। उन्होने खराब खाना दिए जाने एवं प्रताड़ना का अरोप लगाए है। कलेक्टर आवास के बाहर बैठे छात्रों का आरोप था कि छात्रावास अधीक्षक रामानंद कुशवाहा और कर्मचारी उन्हें दूषित खाना दे रहे हैं। छात्र अगर विरोध करते है तो उन्हे प्रताड़ित किया जा रहा है। छात्रों का यह भी आरोप है कि अधीक्षक मच्छरदानी और अन्य सामान कमरे में बंद रखते हैं।
मौके पर पहुचे अधिकारी और पुलिस
कलेक्टर आवास के बाहर 18 छात्रों के बैठने की जानकारी लगते ही पुलिस एवं एसडीएम मौके पर पहुच गए। उन्होने छात्रों से बातचीत करके समझाइस दिए, लेकिन नाराज छात्र उनकी बातों को सुनने के लिए तैयार नही थें। एसडीएम ने छात्रों की समस्या से कलेक्टर को अवगत कराया और छात्रों की बात करवाई। छात्रों को बताया गया कि सुबह प्रशासन के अधिकारी हॉस्टल में पूरे मामले की जांच करेगे। बताया जाता है कि इसके पूर्व भी छात्रों ने शिकायत किया था और प्रशासन ने अधीक्षक को हटा दिया था। एक बार फिर छात्रों ने हॉस्टल की अव्यवस्था को लेकर सवाल उठाते हुए कलेक्टर से शिकायत किए है।
ज्ञात हो कि छात्रावासों में अव्यवस्था का कोई यह पहला मामला नही है। हॉस्टलों में रहने वाले छात्र पहले भी अव्यवस्था को लेकर शिकायत करते आ रहे है। उसी तरह सतना के हॉस्टल में छात्रों ने खराब खाना दिए जाने एवं अधीक्षक पर न सिर्फ आरोप लगाए बल्कि महिला कर्मचारी के द्वारा उनके साथ अभद्रता करने का भी आरोप अधिकारियों से किए है।