Hostel de-addiction committees will be formed in colleges: युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए छात्रावास नशामुक्ति समिति का गठन सभी कॉलेजों में होगा। यह समिति कॉलेज स्तर पर नहीं बल्कि संकायवार गठित होगी ताकि अधिक संख्या में छात्रों तक जागरूकता के संदेश पहुंचाए जा सके। इसमें छात्रावास अधीक्षक के साथ ही छात्रों की सहभागिता भी होगी।
उच्च शिक्षा विभाग का आदेश अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा के कुलसचिव के साथ ही उच्च शिक्षा के अतिरिक्त संचालक एवं कॉलेज प्राचार्यों के पास पहुंचा है। इस समिति को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी कि वह संस्था में नशा मुक्ति के लिए जागरूकता अभियान चलाए। जिसमें छात्रों की सहभागिता अधिक संख्या में हो। शैक्षणिक संस्थानों में कई तरह की गतिविधियां भी जागरूकता संदेश देने वाली आयोजित की जाएंगी। जिसमें वाल पेंटिंग, रंगोली, मैराथन, नुक्कड़ नाटक, रैलियां एवं मानव श्रृंखलाओं का आयोजन किया जाएगा। कुछ दिन पहले उच्च शिक्षा आयुक्त ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में अधिकारियों के साथ चर्चा में कहा था कि लगातार फीडबैक मिल रहे हैं कि शैक्षणिक संस्थानों में युवाओं द्वारा नशा करने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। इसलिए कहा गया था कि संस्था प्रमुख छात्रों में जागरूकता पैदा करें कि नशा करना उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, साथ ही इससे उनकी पढ़ाई पर भी प्रभाव पड़ सकता है। अब इसी संबंध में आदेश जारी कर नशामुक्ति समितियों के गठन के लिए कहा गया है।
युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने उठाया बड़ा कदम, जारी किया ये आदेश

drug de-addiction in youth