History of Thakur Ranmat Singh In Hindi | ठाकुर रणमत सिंह, जो विंध्य क्षेत्र में 1857 की क्रांति के अगुआ और नायक थे।
उन्होंने अपने साथी क्रान्तिकारियों के साथ मिलकर, पूरे विंध्य क्षेत्र में अंग्रेजों के विरुद्ध क्रांति का बिगुल फूंकते हुए ज़बरदस्त लड़ाईयाँ लड़ीं। भिल्लसांय, नागौद, चित्रकूट, डभौरा और क्योटी उनकी क्रांति के प्रमुख केंद्र थे।
57 की क्रांति के महानायक, बिहार केसरी बाबू कुंवर सिंह, तात्या टोपे और अवध की बेगम हज़रत महल के प्रमुख सहयोगी राणा बेनी माधव बक्श सिंह से भी उनके पत्राचार हुआ करते थे। तो आज बात, विंध्य क्षेत्र के महानतम सेनानी, ठाकुर रणमत सिंह जी की, जिनका नाम इतिहास में स्वर्णाक्षरों से दर्ज है।