Himachal Pradesh Political Crisis: हिमांचल प्रदेश की राजनीति में बवाल मचा हुआ है. कांग्रेस पर राज्यसभा चुनाव से शुरू हुआ सियासी संकट मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह (Chief Minister Sukhwinder Singh) के इस्तीफे तक पहुंच गया है. मुख्यमंत्री सुक्खू ने कांग्रेस ऑब्जर्वर्स से अपने इस्तीफे की पेशकश की है। अब इस पर कांग्रेस हाईकमान क्या फैसला लेगी? इससे पहले खबर आई थी कि सुक्खू ने इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के मुताबिक, शाम को कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नए नेता का चुनाव किया जा सकता है।
कांग्रेस ऑब्जर्वर्स भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार (Deputy CM DK Shiva kumar) राज्यसभा चुनाव में मंगलवार को हुई क्रॉस वोटिंग के बाद हालात संभालने हिमाचल पहुंचे हैं।सूत्रों ने बताया कि कुछ विधायकों ने प्रियंका गांधी से फोन पर बात कर सीएम सुक्खू के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। बुधवार को सुबह 11 बजे मंत्री विक्रमादित्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपमानित करने का आरोप लगाकर पद से इस्तीफा दिया था और कहा- गेंद अब आलाकमान के पाले में है।
चुनाव में बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने भी कांग्रेस हाईकमान से सुक्खू को सीएम पद से हटाने की मांग की थी। इस बीच, हिमाचल विधानसभा स्पीकर ने भाजपा के 15 विधायकों को सदन से निष्कासित कर दिया है। इनमें नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी शामिल हैं। विधानसभा में भाजपा मेंबर्स को बाहर करने के लिए मार्शल बुलाए जाने पर हंगामा हुआ।
इस्तीफा देने वाले विक्रमादित्य CM पद के दावेदार
डिप्टी सीएम मुकेशअग्निहोत्री और PWD मनिस्टर विक्रमादित्य सिंह मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार मने जा रहे हैं. विक्रमादित्य ने कहा, “चुनाव स्वर्गीय पिता वीरभद्र के नाम पर लड़ा गया। और जीत भी हुई। उनकी मूर्ति के लिए 2 गज जमीन सरकार नहीं दे पा रही है। सरकार रहे ना रहे, फर्क नहीं पड़ता। अब हम हालात देखकर आने वाले दिनों में फैसला लेंगे।”
स्पीकर और CM विधानसभा छोड़कर बाहर निकले
हंगामे के बीच स्पीकर कुलदीप कुमार और CM सुखविंदर सुक्खू विधानसभा छोड़कर बाहर चले गए हैं। इसके बाद अंदर का माहौल शांत हो गया है।
विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
विपक्ष के विधायकों की गैरमौजूदगी में फाइनेंशियल ईयर 2024-25 का बजट पास किया गया. इसके बाद विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थागिर कर दी गई.
क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों को नोटिस
कांग्रेस हाईकमान ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 बागी विधायकों की विधायकी पर आज ही फैसला हो सकता है. इसको लेकर स्पीकर कुलदीप पठानिया सुनवाई कर रहे हैं. अगर ये विधानसभा में हाजिर न हुए तो फिर इनकी मेंबरशिप रद्द की जा सकती है.
प्रियंका गाँधी ने कहा- 25 विधायकों वाली 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है
CM सुक्खू बोले- इस्तीफे की अफवाह भाजपा फैला रही
CM सुखविंदर सिंह सक्खू ने कहा- ” भाजपा मेरे इस्तीफे की अफवाह फैला रही है. वो सरकार को तोडना चाहते हैं. वो चाहते हैं कि कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा के साथ मिल जाएं। कांग्रेस संगठित हैं. जिन विधायकों ने भाजपा के लिए वोटिंग की है. वो हमारे संपर्क में है.
पूर्व सीएम बोले- बजट पारित करने के लिए गलत तरीके से सस्पेंड किया
पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि आज वही हुआ, जिसकी हमें आशंका थी. हम सुबह गवर्नर से भी मिले थे. हमने बताया था कि बजट पारित करने के लिए कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है. वह बहुमत साबित करने के लिए सस्पेंड कर दे. आज सदन में आते ही ऐसा ही किया गया.
हमें मार्शल के जरिए बाहर निकालने के लिए मजबूर किया गया. उन्होंने कहा कि सदन में सस्पेंशन प्रोविजन तब होता है. जब कोई काम में बाधा डालें। हम सुचारु रूप से कार्रवाई के संचालन के लिए तैयार थे मगर, पहले ही सस्पेंशन अनाउंस कर दिया गया. यह हिमांचल नहीं बल्कि पूरे देश के इतिहास में ऐसा हुआ होगा कि बजट पारित करने के लिए विपक्षी विधायकों को बिना किसी कारण सस्पेंड किया गया.