Himachal News: बरसात के मौसम में हर जगह बाढ़ का आतंक बढ़ता जा रहा है। दिल्ली, केरल के बाद अब हिमांचल में बाढ़ की वजह से भारी तबाही हुई है। हिमांचल प्रदेश में बादल फटने से कई घर बह गए, चार लोगों की मौत हो गयी और 49 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। वहीँ कुल्लू के एक पवार परियोजना के डैम टूट जाने से व्यास नदी का जल स्तर इतना भर गया की नदी अपना रास्ता ही बदल कर हाईवे पर बहने लगी।
बाढ़ से 4 की जान गयी, कई लापता ;
दरसल मानली के पास के रामपुर के समेच गांव में गुरुवार की सुबह बदल के फटने से बाढ़ का प्रकोप आ गया। इस घटना में 4 लोगों की मौत हो गयी और 49 लोग अभी भी लापता हैं। शिमला के करीब के इन गाँवो में बहुत आलीशान मकान बने हुए थे, अब बाढ़ की तबाही के कारण मलबे मे तब्दील हो गए है।
आप को बता दें की रामपुर के समेच गांवकाफी उचाई में बसा हुआ है। श्रीखंड में बादल फटने से पानी का असर समेच गांव में हुआ जिसमें वहां जलस्तर 50 मीटर बढ़ गया और उचाई में बसा गांव बाढ़ की चपेट में आ गया। गांव में चारों ओर पानी भर जाने से इतनी भारी तबाही आयी की वहां के स्तानीय लोगों के मन में दहशत बैठ गयी।
राहत बचाव कार्य जारी ;
जिला आपदा प्रबंधन की तरफ से जानकारी मिलने के बाद NDRF की टीम को रहत बचाव कार्य के लिए गयी। घटना की जानकारी मिलने के बाद शिमला डीसी अनुपम कश्यप और शिमला एसपी संजीव गाँधी लोगों के बीच पहुंचे। रहत बचाव कार्य जारी है। प्रभावित गांव के कई लोग लोग मलबे में अभी भी दबे हुए है, और लगभग 50 लोग अभी भी लापता हैं।
व्यास नदी ने बदला अपना रास्ता ;
कुल्लू जिले के पास के गांव में बना पवार प्रोजेक्ट का डैम अचानक से टूट गया जिसके बाद हिमांचल के शिमल के पास के क्षेत्रो में बाढ़ आ गयी और उसी बाढ़ के कारन ब्यास नदी ने उफान में आकर अपना रास्ता ही बदल लिया जसके बाद वो हाईवे से बहने लगी।