Gujarat Heavy Rain : गुजरात में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त होने के बावजूद बारिश जारी है। मौसम विभाग ने गुजरात के कुछ क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया है और कुछ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। हालात ये हैं कि बाढ़ के बावजूद लगातार बारिश हो रही है।
बारिश से जुड़े हादसों में 30 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच भारतीय वायुसेना लगातार लोगों को सुरक्षित निकालने में मदद कर रही है। वायुसेना के एक हेलीकॉप्टर ने गुरुवार को द्वारका से चार लोगों को बचाया। गुजरात में इतनी बारिश की क्या वजह है?
सेना, वायुसेना और एनडीआरएफ की टीमें तैनात
सेना की 6 इकाइयां युद्धस्तर पर प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। करीब 18 हजार लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बुधवार को भी राज्य के कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई। बारिश की वजह से राज्य की नदियां उफान पर हैं। सेना के साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, भारतीय वायुसेना और भारतीय तटरक्षक बल भी राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं।
मानसून ने बदला अपना रास्ता, गुजरात पहुंचा
मानसून आमतौर पर इस तरह चलता है कि सबसे पहले बंगाल की खाड़ी से निकलता है। इसका रास्ता आमतौर पर बिहार, यूपी से होते हुए पंजाब और हरियाणा तक जाता है। इसलिए इन राज्यों में मानसून की बारिश भारी होती है। इस बार बारिश वाले कम दबाव के क्षेत्र ने अपना रास्ता बदल लिया है। यह रास्ता एमपी, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान होते हुए पश्चिम की ओर मुड़ गया है।
बंगाल की खाड़ी में दबाब।
मौसम विज्ञान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक गुजरात और ऐसे ही दूसरे इलाकों में भारी बारिश की मुख्य वजह जलवायु परिवर्तन है। इसी वजह से राज्यों में बारिश का पैटर्न बदल रहा है। स्काईमेट के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के ऊपर चार कम दबाव के क्षेत्र बने थे। ये सभी पारंपरिक रास्ता उत्तर की ओर लेने के बजाय पश्चिम की ओर बढ़ गए। यही वजह है कि गुजरात और राजस्थान में भारी बारिश हो रही है।
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