Working Place में Healthy Competition ज़रूरी, लेकिन Skill Upgrade सबसे ज़्यादा जरूरी

Work Place Skill Upgradation

Work Place Skill Upgradation: आज की कॉर्पोरेट या किसी भी कार्यस्थल की दुनिया में प्रतिस्पर्धा यानी Competition एक सामान्य और आवश्यक हिस्सा बन चुका है। बेहतर पद, प्रमोशन, पहचान और वेतन के लिए लोग आगे बढ़ने की दौड़ में शामिल होते हैं यहां तक तो ये तरीका सकारात्मक दृष्टिकोण रखता है लेकिन केवल दूसरों से आगे निकलने, उन्हें नीचा दिखाने या अपने ज़रा से फायदे के लिए अपने जैसी सोच रखने वालों का ग्रुप बनाकर संस्थान में मनमानी करना या अपने साथी को परेशान करने की होड़ लगाना सही नहीं है।

हां इस रेस में टिके रहने और जीतने के लिए निरंतर स्किल डेवलेपमेंट और वो भी सकारात्मक सोच रखते हुए काम करना सबसे ज़रूरी है। इस लेख में इस विषय पर कुछ बातें सामने की गई है जो विषयक परिस्थितियों में आपके लिए मददगार साबित होंगी।

वर्कप्लेस स्पर्धा  कब जरूरी और कितनी नुकसानदेह

अपने साथियों से रखें हेल्दी कम्पटीशन –

ये आपके भीतर छिपी क्षमताओं को बाहर लाता है, जबकि नेगेटिव स्पर्धा तनाव, जलन और टीम वर्क में बाधा डालती है। अपनी स्पर्धा को सही दिशा दें इसके लिए जरूरी है कि आप खुद से स्पर्धा करें और आज से बेहतर कल को बनाने के लिए रोज बेहतर काम करें।

जानें कि स्किल डेवलेपमेंट क्यों ज़रूरी है ?

  • क्योंकि तकनीक तेजी से बदल रही है।
    AI, डिजिटल टूल्स, ऑटोमेशन जैसे बदलावों को जितना जल्दी हो सके समझें क्योंकि इसे समझना ज़रूरी है वर्ना आप पुराने ढर्रे पर डिजिटल दुनिया से कदमताल नहीं कर पाएंगे।
  • रोजगार के अवसर स्किल-बेस्ड हो गए हैं।
    आज की तेज रफ्तार जिंदगी में खुद भी तेज दौड़ना होगा तभी हम अपनी योग्यता को विशेष स्थान दे सकते हैं क्योंकि स्किल्स बेस रोजगार के जमाने में केवल डिग्री या अनुभव पर्याप्त नहीं ।
  • कम्युनिकेशन, टाइम मैनेजमेंट, लीडरशिप
    अपने आस-पास का वातावरण सॉफ्ट रखना ही काफी नहीं माना कि इस का व्यवहार अच्छा है लेकिन काम करने की निष्ठा लगन और ईमानदारी के बाद, सॉफ्ट स्किल्स आपको टीम में खास बनाती हैं।

कैसे बढ़ाएं अपनी स्किल्स ?

  • हर 3 महीने में खुद का स्किल असेसमेंट करें।
  • ऑनलाइन कोर्सेस करें ,जैसे Coursera, Udemy, Skill India प्लेटफॉर्म्स को ज्वाइन करें और हर नई अपडेट से खुद को अपग्रेड करें। ऑफिस में की वर्किंग कमिटमेंट,गाइडलाइन और यहां मिलने वाले ट्रेनिंग सेशंस में सक्रियता से भाग लें। नए प्रोजेक्ट्स और रोल्स लेने के लिए आगे आएं। मेंटरशिप लें या किसी अनुभवी सहकर्मी से सीखें।

वर्कप्लेस में ऐंसे बनाएं सही संतुलन

  • खुद से अपनी तुलना करें,दूसरों से नहीं।
  • अपने सहकर्मियों की सफलता से सीखें, ईर्ष्या न करें।
  • अपनी सफलता के साथ दूसरों को भी प्रेरित करें लेकिन विनम्र लहजे के साथ।

विशेष :- सिर्फ कॉम्पिटीशन के भरोसे करियर नहीं बनता, उसमें असली जान तब आती है जब आप लगातार खुद को बेहतर बनाने पर ध्यान देते हैं। वर्किंग प्लेस में स्मार्ट और हैल्दी स्पर्धाओं रखें, लेकिन इसके साथ हर दिन अपने ज्ञान और स्किल्स को अपडेट करना ना भूलें, क्योंकि असली जीत खुद से खुद को हराने में है।

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