ठंड के मौसम में गले की खराश से हैं परेशान? फॉलो करें ये टिप्स

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Health News: जैसे जैसे ठंड बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे शरीर पर भी उसके विपरीत प्रभाव दिखाई दे रहे हैं। बढ़ती हुई ठंड का सबसे ज्यादा असर गले पर पड़ता है। आए दिन ठंड की वजह से गले और सांस से जुड़ी बीमारियां होती हैं । ऐसे में थ्रोट इनफेक्शन थ्रोट इन्फ्लेमेशन जैसी बीमारियां काफी आम हो जाती हैं। इस दौरान आपके गले में तेज दर्द भी होता है जिसकी वजह से ना ही कुछ खाने का मन होता है और ना ही कुछ पीने का। आज के इस लेख में हम आपको ठंड के मौसम में गले की इन्हीं बीमारियों से बचने का नुस्खा बताने वाले हैं जिससे आप ठंड के मौसम में रोजाना होने वाले इन गले के रोगों को दूर भगा सके।

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इन चीजों को डायट में जोड़े और थ्रोट इंफेक्शन को कहें बाय बाय

जैसा कि हम सब जानते हैं खाना पीना हमारी सेहत पर सीधा असर डालता है। ऐसे में अपनी रोजाना की डाइट में कुछ ऐसी घरेलू चीजों को जोड़ने पर आप आए दिन होने वाले इन इनफेक्शंस और बीमारियों को से बच सकते हैं। आईए जानते हैं ऐसी कौन सी वस्तुएं हैं जिन्हें रोजाना खाने पर आप थ्रोट इनफेक्शन को दूर कर सकते हैं

शहद: प्रकृति में मौजूद यह मीठा सिरप एक बेहतरीन एंटी इन्फ्लेमेटरी एंटी माइक्रोबीयल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त नेचुरल दवाई है इसका सेवन गले से संबंधित सारे रोगों को चुटकियों में ठीक कर सकता है।

अदरक: अदरक एक ऐसी सब्जी है जिसे रोजाना अपने खाने पीने में मिलाकर आप गले के रोगों से दूर हो सकते हैं। आप अदरक के टुकड़े को रोजाना यूं ही चबा सकते हैं अथवा चाहे तो अदरक के रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर इसे पी भी सकते हैं जिससे आपका खराब गला ठीक हो जाता है।

मुलेठी: मुलेठी एक आयुर्वेदिक औषधि है जो सर्दियों में होने वाले विभिन्न रोगों को दूर करती है। मुलेठी को आप मुंह में रखकर यूं ही चबा सकते हैं अथवा आप चाहे तो मुलेठी का पाउडर चाय में डालकर भी पी सकते हैं। इसी के साथ ही आप मुलेठी को गर्म पानी में डालकर इसका काढ़ा भी बना सकते हैं।

हल्दी: हल्दी एक प्राकृतिक मसाला होने के साथ-साथ एक आयुर्वेदिक औषधि भी है ।हल्दी के एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण आपके गले की हर तकलीफ को दूर कर देते हैं ।आप हल्दी को दूध में मिलाकर भी रोजाना पी सकते हैं अथवा आप हल्दी की चाय बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।

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