हाथरस (Hathras) में भगदड़ के आरोपी देव प्रकाश मधुकर को पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया। जिला अस्पताल में मीडिया का जमावड़ा देखकर पुलिस घबरा गई। देव प्रकाश मधुकर को कल दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। भगदड़ हादसे में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने केस दर्ज कर अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं, साकार विश्व हरि के वकील एपी सिंह ने दावा किया था कि मधुकर ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। तबीयत खराब होने के कारण उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, हाथरस पुलिस ने सरेंडर के दावे को नकारते हुए इसे गिरफ्तारी बताया था। आपको बता दें कि पुलिस ने मधुकर पर एक लाख का इनाम रखा था।
वहीं, शनिवार को न्यायिक जांच आयोग की टीम भी हाथरस पहुंच गई थी। एसपी ने जानकारी दी है कि मधुकर समेत तीन आरोपियों को शुक्रवार रात दिल्ली के नजफगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही नारायण विश्व हरि पर राजनीतिक फंडिंग का शक जताया गया है।
देवप्रकाश मधुकर आवागढ़ था क्षेत्र के गांव सलेमपुर का रहने वाला है. एटा में ही मानरेगा में संविदा पर तकनीकी सहायक के रूप में नौकरी करता था. करीब डेढ़ दशक पहले वह सुराजपाल उर्फ भोले बाबा के संपर्क में आया था और सेवा में लग गया.
इसके बाद उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देकर मुख्य सेवादार बना दिया गया। उन्होंने लगातार अपने गांव, आस-पास के गांवों और एटा मुख्यालय में लोगों से संपर्क कर उन्हें बाबा के बारे में बताया और लोगों को अपने सत्संग से जोड़ा। इस बीच उन्होंने अपने साथ काम करने वाले कुछ सेवादारों को भी सहायक बना लिया।
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