Hair Fall In Weather Changing Causes And Effective Remedies In Hindi: मानसून आनें को कुछ ही दिनों की देरी है। एक तरफ जहां मौसम विभाग अपनी ड्यूटी निभा कर लोगों को मानसून के लिए जहां अलर्ट जारी कर रहा है वहीं महिलाओं के बीच बारिश के मौसम में होने वाले हेयर फॉल ने उनकी चिंता बढ़ा दी है।
ब्यूटी कॉसिस विमंस इंटरनेट पर इन दिनों हेयर फॉल के कारण और घरेलू उपचार सर्च कर रही हैं और ये लेख भी उन्हीं महिलाओं को ध्यान में रखकर उनकी समस्या को हल करने के उद्देश्य से प्रस्तुत है. क्योंकि मौसम के बदलते ही बाल झड़ने यानी Hair Fall की समस्या परेशान करने लगती है।
ये समस्या सर्दी में रूखेपन, तो गर्मी और बारिश में पसीना और नमी से बढ जाती है इस सबका सीधा असर स्कैल्प और बालों पर पड़ता है। इस लेख में हम जानेंगे कि आखिर मौसम परिवर्तन में हेयर फॉल क्यों होता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
पहले समझते हैं मौसम बदलने पर क्यों होता है हेयर फॉल
स्कैल्प यानी सिर में रूखापन या नमी
गर्मी और बारिश के शुरुआती दिनों में अत्यधिक पसीना और सर्दियों में ड्रायनेस स्कैल्प की सेहत बिगाड़ देते हैं जिससे बालों की पकड़ कमजोर हो जाती है और बाकी हल्के झटके या खिंचाव से झड़ने लगते हैं।
हार्मोनल बदलाव और इम्यून रिस्पॉन्स
मौसम परिवर्तन शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करता है, जिससे टेलोजन एफ्लुवियम Telogen Effluvium नामक स्थिति निर्मित हो सकती है, जिससे गर्मियों या बारिश में बालों का झड़ना सामान्य रूप से अधिक होने लगता है।
विटामिन D की कमी
- यदि हम बात करें केवल सर्दियों की तो
- सर्दियों में बालों को धूप कम मिलती है, जिससे विटामिन D की कमी हो सकती है और ये न सिर्फ़ बालों की ग्रोथ पर असर डालती है बल्कि बालों का झड़ना भी शुरू हो जाता है।
ऐसे में बालों की देखभाल में बदलाव जरूरी
हर मौसम के अनुसार बालों की अलग तरह की देखभाल होनी चाहिए लेकिन मौसम के बदलते ही यदि एक जैसा रूटीन अपनायें रहे न तो यह समस्या हो सकती हैं, बालों का ऐसे में ख़ासा नुकसान होता है।
मौसम के अनुसार हेयर फॉल से बचाव के घरेलू उपाय
गुनगुने तेल से नियमित समाज
नारियल, अरंडी या भृंगराज तेल को हल्का गर्म कर स्कैल्प में नियमित रूप से मालिश करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और बालों की जड़ें मजबूत होती हैं।
एलोवेरा जेल का प्रयोग
यदि गर्मी में बालों का झड़ना जारी है तो बालों की जड़ों में एलोवेरा जैल की मालिश करें ये स्कैल्प को ठंडक देता है और ड्रायनेस को दूर करता है।
मेथी और दही का मैजिक मास्क
मेथी बालों को पोषण देती है और दही में मौजूद प्रोटीन बालों को मजबूत बनाता है। जबकि दही के साथ मैथी मास्क लगाएं तो ये बालों को झड़ने से रोकने के साथ मजबूती देगा और जादुई चम्मच से बाल नेचुरल साइन करेंगे।
ऊपर से ही नहीं अंदरुनी मजबूती भी जरूरी
- प्रोटीन युक्त आहार लें – इसके लिए अंडा, दाल, सोया, पनीर आदि अपनी डेली डाइट में शामिल करें।
- आयरन और जिंक की पूर्ति करें – हीमोग्लोबिन जरूर चैक कराएं यदि कम हो तो चिकित्सक से परामर्श लें जबकि घरेलू तौर पर पालक, चुकंदर, कद्दू के बीज का नियमित सेवन करें।
- विटामिन C और E – शरीर को संतुलित रूप से संचालित करने के लिए विटामिन सी और ई महत्वपूर्ण वो तत्त्व हैं, जो आंवला,संतरा और नट्स में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और इसका सेवन भी बालों को मजबूत बनाने में मददगार साबित होगा।
न मिले राहत तो लें मेडिकल ट्रीटमेंट
यदि मौसम बदलने के 2 से 3 महीने बाद भी हेयर फॉल कम नहीं हो रहा है या गुच्छों में बाल झड़ रहे हैं, तो डर्मेटोलॉजिस्ट से परामर्श लें , साथ ही PRP थेरेपी, मिनॉक्सिडिल या अन्य क्लिनिकल ट्रीटमेंट विकल्प भी चिकित्सक की सलाह पर लिए सकते हैं।
वेदर चेंज होते ही बदलें अपना भी रुटीन
ये बहुत ही महत्वपूर्ण है कि मौसम बदलने पर हम पुराने ढर्रे पर न अड़े रहें बल्कि मौसम बदलते ही अपने रुटीन को भी बदलें। जिसमें के अनुसार बालों की देखभाल सर्दी गर्म तेल से मसाज,डीप कंडीशनिंग तो गर्मी में स्कैल्प को साफ और कूल रखना । हल्के शैम्पू का प्रयोग करें। वहीं मानसून में बालों को बार-बार गीला न होने दें और ऐंटी-फंगल शैम्पू अपनाएं।
विशेष :- मौसम का बदलना प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन आपके बालों की देखभाल में लापरवाही से बाल झड़ने की समस्या गंभीर हो सकती है। यदि आप मौसम के अनुसार अपनी हेयर केयर रूटीन और डाइट में बदलाव लाएं, तो हेयर फॉल को काफी हद तक रोका जा सकता है।